मीडिया शिक्षकों के राष्ट्रीय सम्मेलन का जयपुर में आगाज

देशभर के मीडिया विशेषज्ञों ने मीडिया की नैतिकता और उत्तरदायित्व पर की गहन चर्चा

DSC_0572DSC_0642जयपुर। देशभर से आए जाने-माने मीडिया विशेषज्ञ और मीडिया शिक्षकों ने शुक्रवार को जयपुर में उन अहम मसलों पर गहन विचार-विमर्श शुरू किया जो सीधे तौर पर मीडिया की नैतिकता और उसके दायित्व से जुड़े हैं। मौका था अखिल भारतीय मीडिया शिक्षक सम्मेलन का, जिसकी शुरुआत एमिटी यूनिवर्सिटी, राजस्थान के जयपुर परिसर में हुई।
इस मौके पर प्रसार भारती के अध्यक्ष डॉ ए. सूर्यप्रकाश ने पावर पॉइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से मीडिया में हो रहे बदलाव को बताया और कहा कि सूचना एवं तकनीक के क्षेत्र में व्यापक वृद्धि हुई है। इससे पोलियो मुक्त भारत, बेटी बचाओं — बेटी पढ़ाओं अभियान, स्वच्छ भारत अभियान और ​हरित क्रांति का सुनहरा सपना सच हुआ है। आज सरकारी योजनाओं से लेकर प्रासंगिक खबरों को जन जन तक पहुंचाने मे आकाशवाणी और दूरदर्शन की अहम भूमिका है।
उन्होंने भारत के विकास के लिए मीडिया की सशक्त भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि न्यू मीडिया या सोशल मीडिया के माध्यम से आज का युवा पूरे देश से जुडा हुआ है। ऐसे में सूचना और जानकारी को इंंटरनेट के द्वारा चंद मिनटों में वायरल किया जा सकता है।
मीडिया शिक्षकों का यह सम्मेलन राजस्थान विश्वविद्यालय के जन संचार केन्द्र, एमिटी यूनिवर्सिटी राजस्थान, जयपुर, मीडिया एडवोकेसी स्वयंसेवी संगठन, लोक संवाद संस्थान और सोसायटी ऑफ मीडिया इनीशियेटिव फॉर वैल्यूज, इंदौर के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन की थीम – ‘मीडिया की नैतिकता और उत्तरदायित्व: आत्म निरीक्षण की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति जे पी सिंंहल ने कहा कि मीडिया की नैतिकता और उत्तरदायित्व पर गहन चर्चा करने की जरूरत है। क्योंकि मानव परमात्मा की सर्वश्रेष्ठ कृति है, इसके बाद शिक्षक और फिर मीडिया शिक्षक की भूमिका अहम होती है, इसलिए मीडिया शिक्षक को अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए नैतिकता के पाठ को आगे बढ़ाना होगा। शिक्षक विषय पढाने की बात कहकर खुद को सीमाओं में बांध लेता है। लेकिन शिक्षक को चाहिए कि वो विषय के साथ साथ समाज का भी शिक्षक बनें। मीडिया की आजादी पर बोलते हुए सिंघल ने कहा कि मीडिया में स्वतंत्रता का मतलब स्वछंदता नही होना चाहिए। मीडिया को खुद ही अपनी आचार संहिता तय करनी होगी।

वरिष्ठ पत्रकार और ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन के महासचिव एन. के. सिंह ने कहा कि आज के दौर में युवा अपनी सिकुड़ती मानसिकता का शिकार हो रहा है, वह पाश्चात्य संस्कृति को तो स्वीकारता है लेकिन उसकी वजह से वह अपने आदर्श और संस्कारो को पीछे छोड़ रहा है। ऐसे मे मीडिया शिक्षक की जिम्मेदारी है कि संवेदनशील पत्रकार तैयार किए जाए। इसके लिए लोगो में समझ विकसित करने की जरुरत है और मीडिया एजुकेटर्स को पारंपरिक शिक्षा के बावजूद सोसायटी डवलप करने पर भी ध्यान देते हुए जीरो टोलेरेंस पर काम करना चाहिए।
सिंह ने कहा कि देश का जीडीपी पिछले 70 वर्ष पहले जो था, वो ही आज भी विद्यमान है जिससे अमीर व्यक्ति और भी अमीर हो रहा है जबकि गरीब व्यक्ति और गरीब होता जा रहा हैै युवाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए सिंह ने कहा कि आज का युवा ऐसे आइकॉन बनाते है जो समाज और संस्कृति के खिलाफ ही काम करते है। इसके लिए पूरे सिस्टम में बदलाव की जरूरत है।

एमि​टी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. एस के दुबे ने मीडिया की जवाबदेही पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज न्यूज चैनलों में ब्रेकिंग न्यूज को जल्दी देने की होड मे गलत तथ्य पेश किए जा रहे है। इसके लिए मीडिया जिम्मेदारी लेने को भी तैयार नहीं है। आज मीडिया में अफवाह फैलाने वाले समाचार या देशद्रोह करने वालों का महिमामंडन किया जाता है।
जनसंचार केन्द्र के अध्यक्ष प्रो. संजीव भानावत ने बताया कि आज तीन प्लैनरी सत्रों में मीडिया पेशेवरों और शिक्षकों के लिए ज्ञान लोकतंत्र और नैतिकता के निहितार्थ व बच्चों के बारे में रिपोर्टिंग: मीडिया की भूमिका और दायित्व पर राजस्थान सरकार के दिशा-निर्देश और सामाजिक सरोकार से जुड़े मुद्दों के लिए जागरूकता और वकालत के लिए लोक मीडिया की भूमिका विषय पर मीडिया विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की। भानावत ने बताया कि पूरे देश के 15 से अधिक राज्यों के 200 से अधिक प्रतिनिधि इस सम्मेलन में शामिल हुए है। शनिवार को विभिन्न तकनीकी सत्रों के आयोजन भी होंगे, जिनमें 150 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे।
सम्मेलन के आयोजन सचिव कल्याणसिंह कोठारी ने देशभर से आए मीडिया विशेषज्ञों और मीडिया शिक्षकों को आभार प्रकट किया।


Prof. Sanjeev Bhanawat
Conference Chairman
All India Media Educators Conference-2016
and
Head
Centre for Mass Communication
University of Rajasthan, Jaipur
Mob. : +91 94140 73466
e-mail : [email protected]
web : www.profbhanawat.eraj.in
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