4 विकलांग को अभी तक भी ट्राई साईकिल नहीं दी गयी

Jpeg
Jpeg
फ़िरोज़ खान बारां, ( राजस्थान ) शाहाबाद । मुंडियर पंचायत के गांव कलौनी के 4 विकलांग को अभी तक भी सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग की और से ट्राई साईकिल नहीं दी गयी है । हालॉकि विभाग द्वारा इनको विकलांग पेंशन मिल रही है । विकलांग बृजलाल पुत्र भूरा लाल सहरिया ( 45 ) को गैगरिन बीमारी के कारण बारां अस्पताल में अकाल के समय 2003 में अपने एक पैर को कटवाना पड़ा था । तब से इसकी पत्नी रामकली अपने परिवार को मेहनत मजदूरी कर बच्चों का पेट भर रही है । उन्होंने बताया कि जब से पति का पैर कटा है । तब से यह तो घर पर ही रहते क्योंकि इनसे काम होता नही है । इसने बताया की सरकार की और से मुझे 500 रुपए महीना विकलांग पेंशन मिलती है । पर चलने फिरने के लिए मेरे पास ट्राई साईकिल नहीं है । एक दो बार शाहाबाद जाकर साईकिल की मांग भी मगर आज तक नही मिली । इसी तरह कंचन लाल पुत्र भादू सहरिया ( 35 ) 10 वीं तक पढ़ा हुआ है । और जन्म से विकलांग है । पेंशन का लाभ तो मिल रहा है । पर इसको अभी तक ट्राई साईकिल नही मिली है । इसका कहना है कि कई बार साईकिल के लिए आवेदन भी कर दिए गए । मगर जब लेने जाते है, तो खाली हाथ लौटना पड़ता है । इसके पास रहने के लिए अभी तक किसी भी योजना में आवास भी नहीं मिला है । वहीँ पिंकी पत्नी करण (30) भी विकलांग है । और इसके एक लड़की है । इसको भी पेंशन तो मिलती है । मगर साईकिल नहीं मिली है । पति को मोतियाबिंद की शिकायत होने के कारण आँखो से कम दिखाई देता है । रहने के लिए अभी सरकार की और से आवास भी नहीं मिला है । मेहनत मजदूरी करके महिला जीवन यापन कर रही है । इसी तरह एक छात्रा निरमा पुत्री शिवचरण सहरिया कक्षा 6 में पढ़ती है । और कलौनी से मामोनी पढ़ने आती है । कभी पैदल तो कभी किसी के साधन से स्कूल पहुंच पाती है । और विकलांग है । इसके पास साईकिल नही है । जब इस छात्रा से बात की तो बताया कि अगर साईकिल मिल जाये तो में समय पर स्कूल जा सकती हूँ । और समय पर ही घर पहुंच सकती हूँ । इस सम्बंध में समाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के उप निदेशक राजाराम मीणा ने बताया कि अगर ऐसे लोगों को साईकिल नहीं मिली है, तो यह गलत विभाग द्वारा इनके फार्म तैयार करवाकर इनको साईकिल दी जावेगी । मै इस गांव में कर्मचारी को भेज कर जानकारी करवाकर इनको लाभ दिया जावेगा ।

error: Content is protected !!