जयपुर में एमएनआईटी के सभागार में सोमवार को इमेजिन फोटो जर्नलिस्ट सोसायटी की ओर से प्रेस फ़ोटोग्राफर्स के लिए स्किल्स डेवलपमेंट कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें अजमेर के फोटो जर्नलिस्ट दीपक शर्माे ने भाग लिया।
इस कार्यशाला में अपने प्रेजेंटेशन के दौरान दीपक ने अजमेर के तारागढ़ क़िला, ब्यावर की कोड़ा मार होली, पुष्कर मेला, मथुरा वृंदावन की होली, वाराणसी मैं दुर्गा विसर्जन, मुंबई के धोबी घाट, भारत रशिया के युद्ध अभ्यास, रणथंबोर के वन्य जीव, इलाहाबाद का कुंभ मेला, लखनऊ का इमामबाड़ा व ओमान की कैमल रेस, डेजर्ट सफारी, रूब-अल खली रेगिस्तान आदि के चित्र दिखाएं व उनके बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने फोटो जर्नलिज्म के दौरान आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की और कहां की पत्रकारिता क्षेत्र मैं फोटोग्राफर का महत्वपूर्ण रोल होता हैं हर परिस्थिति में फोटोग्राफर को सबसे आगे रहकर कवरेज करना पड़ता है। फोटोग्राफर को अपने कार्य के साथ-साथ खुद को भी अपडेट रखना चाहिए। प्रतियोगिता, प्रदर्शनी, वर्कशॉप, सोशल मीडिया आदि में सक्रिय रहकर अपने कार्य को अधिक रचनात्मक बनाना चाहिए।
कार्यशाला में इंडिया टुडे के सीनियर फोटो जर्नलिस्ट पुरुषोत्तम दिवाकर, यूएनआई के चीफ फोटोग्राफर राजेश जोवनपुत्रा, दैनिक भास्कर के फोटो एडिटर योगेंद्र गुप्ता,एमएनआईटी के व्याख्याता महेश स्वामी सहित प्रमुख समाचार पत्रों के फोटोग्राफर्स ने भी अपने विचार व्यक्त किये।