थारी घोड़ी न घुमा दे रे

तेजाजी गायन व नृत्य से बंधा समां

dolmela8(फ़िरोज़ खान)बारां, 14 सितम्बर। जिला मुख्यालय पर नगर परिषद की ओर से आयोजित 15 दिवसीय डोल मेले में मंगलवार रात को मनमोहक तेजाजी गायन व नृत्य प्रस्तुतियों से लोकरंगों की छटा बिखरी। दर्शकों ने देर रात तक लोक कलाकारों की प्रस्तुतियों का आनंद लिया।

डोल मेला रंगमंच पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम मंे गजनपुरा की देवकरण एंड पार्टी, फूंसरा की घासीलाल एंड पार्टी, बटावदा की हेमराज एंड पार्टी के कलाकारांे ने रोचक प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। ‘अरे वीर तेजाजी थारी घोडी न घुमा दे रे‘‘, ‘पहल्या गजानंद मना ल्यो‘ आदि लोक गीतों पर सोनिया मीणा, सूरज योगी, रफीक मोहम्मद, हेमराज वैष्णव हेमराज गुर्जर, रामकरण प्रजापत, राजेन्द्र बैरवा आदि कलाकारों ने देर रात तक बेहतरीन प्रस्तुतियां देते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर बांधे रखा।

मेलाध्यक्ष हरिराज सिंह गुर्जर, पार्षद गौरव शर्मा ने बताया कि गुरूवार रात को मेला रंगमंच पर रात नौ बजे स्थानीय कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन किया जाएगा। जिसमें स्थानीय कवि व शायर अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे।

रहेंगी चाक चौबंध व्यवस्थाएं

नगर परिषद के आयुक्त कानाराम ने बताया कि डोल मेले को आकर्षक और मनोरंजक बनाने के लिए परिषद की ओर से व्यापक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। धूल से राहत के लिए मेला परिसर में गुरूवार से सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जाएगा। मेलार्थियों के लिए डोल तालाब के किनारे अलग से चौपाटी भी लगाई गई है तथा यहां प्रकाश आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि डोल तालाब के किनारे पर ही बड़ी एलसीडी स्क्रीन भी लगाई जा रही है ताकि दर्शक रंगमंच पर होने वाले कार्यक्रम का यहां से सीधा प्रसारण देख सकें। मेलार्थियों की सुविधा के लिए मेले की सड़कों को चौड़ा व व्यवधान मुक्त रखा गया है। नियमित रूप से सफाई की भी बेहतर व्यवस्था की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से मेले में वॉच टावर स्थपित किए गए हैं तथा सीसी कैमरों की मदद से 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। मेले में सब इंस्पेक्टर, एएसआई, हेडकांस्टेबल, महिला पुलिसकर्मी सहित करीब तीन सौ जवानों का जाप्ता तैनात किया गया है। सादा वस्त्रों मंे भी पुलिस कर्मी नियुक्त किए गए हैं।

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