ये कैसा न्याय है…?? होण्ड़ा मजदूरों के रक्षक ही राक्षस हो गये

पिछले 17 दिनों से लगातार चल रही भूख हड़ताल, श्रमिकों की हालत चिन्ताजनक। कम्पनी, राज्य सरकार या केन्द्र सरकार से ना कोई अधिकारी इनकी सुध लेने नही पहुॅचा। आज पटना, बिहार में श्रमिकों को मारा गया तथा जयपुर में टोंक रोड़ स्थित सतनाम होण्ड़ा के पास पर्चे बांट रहें श्रमिकों को बुरी तरह रोड़ पर मारा गया।
naresh-005-aanaresh-005-iind-aaजयपुर, 5 अक्टुबर 2016। जापानी कम्पनी होण्ड़ा मोटर साइकिल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्रा. लि. टपूकड़ा, अलवर राजस्थान से निकाले गये मजदूरों ने 19 सितम्बर 2016 से दिल्ली के जन्तर-मन्तर में आमरण अनशन कर भूख हड़ताल पर बैठे है पिछले सात महिनों से होण्ड़ा के ये मजदूर अपनी नौकरीयॉ वापस पाने के लिये एवं अपने साथियों को झुठे मुकद्मों से बचाने की गुहार हर स्तर पर कर-कर के भी जब कोई निर्णय नही निकला तो अब भूख हड़ताल कर आमरण अनशन पर बैठे है दुसरी और कम्पनी, राज्य सरकार और केन्द्र सरकार का कोई अधिकारी या नेता इनके लिये कुछ करने की बात तो दुर पिछले 17 दिनों में इनसे बात करने के लिये भी नही आये है।
भूख हड़ताल पर बैठे पांचो श्रमिक नरेश कुमार, रवि, विपिन कुमार, सुनील एवं अविनाश के स्वास्थय में इन 17 दिनों में भारी गिरावट आई है लेकिन पिछले सात महिनों से कम्पनी प्रबन्धन और राज्य सरकार का मजदूरों के प्रति जो नकारात्मक और अड़ियल रुख था वह अब भी उसी तरह कायम है। कम्पनी प्रशासन अब भी मजदूरों से बात करने को तैयार नही है। आज प्रातः 11ः30 बजे के आस-पास भूख हड़ताल पर बैठे एक साथी विपिन की तबियत अचानक ज्यादा खराब हुई और कुछ ही देर में वो बेहोश हो गये जिन्हें बाद में अस्पताल ले जाया गया। जैसे-जैसे आन्दोलन तेज होता जा रहा है आम जनता को भी पूर्ण जानकारी मिल रही है जिसके कारण अब धीरे-धीरे आम जनता का भी मजदूरों को बहुत समर्थन मिल रहा है।
श्रमिकों के वादे के अनुसार आज 5 अक्टूबर को पूरे भारतवर्ष में एक साथ होण्ड़ा टु-व्हीलर प्रोडक्टों खास तौर पर एक्टिवा और शाइन का बहिष्कार करने की तैयारी थी जिसके लिये 8 श्रमिक चेना राम, बलवान सिंह, पंकज कुमार, शैलेन्द्र कुमार, सुरेश कुमार, अनिल कुमार, रामनिवास एवं अनिल राणा जिन्हें कम्पनी ने बाहर निकाल रखा है वे इस कार्य के लिये जयपुर आये, उन्होने टांेक रोड़ स्थित सतनाम होण्ड़ा के शोेरुम के पास खड़े होकर आने-जाने वाले लोगों को शान्ति से पर्चे बांट रहे थे ये लोगों को पर्चो के माध्यम से बता रहे थे कि किस तरह कम्पनी में पांच साल से काम कर रहे ट्रेंड स्किल्ड़ मजदूरों को बाहर निकाल रखा है और 8वीं-10वीं पास मजदूरों से गाड़ीयॉ बनवा रहे है जिन्हें कुछ भी नॉलेज नही है ये गाड़ीयॉ खराब है और इस तरह की गाड़ीयॉ बाजार में बेचना लोगों के साथ धोखा करना है। कि तभी अचानक 10-12 लोग शोरुम से निकल के वहॉ आये और बिना किसी बात के शैलेन्द्र और सुरेश के साथ मार पीट करने लगे। इन दोनों श्रमिकों को ज्यादा चोट आई जिन्हें पास के जयपुरिया अस्पताल में इलाज के लिये ले जाया गया। इसी तरह बिहार में प्रेमा होण्ड़ा शोरुम के बाहर प्रदर्शन के दौरान एक समर्थक का दो जगह से सर फटा। श्रमिकों ने कहा की ये मैनेजमेन्ट की ओर से की गई घटिया और निम्नतर स्तर की हरकत है शोरुम मालिकों ने बाउंसर बुला श्रमिकों की पिटाई करवायी है कम्पनी के इशारे पर, जिन श्रमिकों को मारा गया है उनकी और से मैनेजमेन्ट और शोरुम मलिकों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवा दी गई है, अब हम भी ईंट का जवाब पत्थर से देगें।
होण्ड़ा आन्दोलन को तेज करते हुये होण्ड़ा टू-व्हीलर प्रोडक्टों का आज पूरे भारत में एक साथ बहिष्कार और होण्ड़ा प्रबन्धन व श्रम विभाग का विरोध किया गया जिसमें मुख्यतः मुम्बई, कलकत्ता, लखनउ, हैदराबाद, चैन्नई, अहमदाबाद, भिलाई, चण्डीगढ़, पटना, बैंगलोर, दिल्ली, जयपुर, जोधपुर, अजमेर, सीकर, अलवर, नागौर, झुन्झुनु, भरतपुर, गुड़गांव, सिरसा, रोहतक, फतेहाबाद, जींद, कैथल, सोनीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, गोहाना आदि जगहों पर होण्ड़ा टू-व्हीलर से बाहर निकाले गये श्रमिकों के साथ-साथ विभिन्न श्रम संगठनों, छात्र संगठनों और श्रमिकों के परिजनों द्वारा सफल बनाया गया।
प्रधानमंत्री मोदी को ज्ञापन
यूनियन के अध्यक्ष नरेश मेहता ने बताया कि 2-एफ के श्रमिकों की मांगो को लेकर ट्रेड यूनियन कौंसिल गुड़गांव रेवाड़ी ने प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन उपायुक्त गुड़गांव के मार्फत भेजा है जिसमें होण्ड़ा 2-एफ के मजदूरों पर हुये अत्याचार जो प्रबन्धकों व राजस्थान सरकार द्वारा किया गया है और काफी संख्या में मजदूरों को नौकरी से निकाला गया है। जिसको लेकर सभी श्रमिक अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर पिछले 17 दिनों से दिल्ली के जन्तर-मन्तर पर बैठे है। लेकिन कोई भी इसकी ओर ध्याान नही दे रहे है। इनकी मांगो पर ध्यान देकर जल्दी से जल्दी इस समस्या का समाधान करवाया जायें।
मेहता ने बताया की दक्ष और अनुभवी मजदूरों को बहार निकाल कम्पनी अप्रशिक्षित मजदूरों से उत्पादन करवा रही है और बाजार में बेच रही है जो जनता के साथ धोखा है। हम सभी मजदूर निश्चित रुप से अपनी बुनियादी श्रम संबन्धी मांगो को लेकर संघर्ष कर रहें है। 2-एफ कामगार समुह के मजदूरों के हौसले बहुत बुलंद है।
संदीप शर्मा

error: Content is protected !!