राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा ने विशेष प्रवचन किए

06बीकानेर, 10 अक्टूबर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, माउंट आबू की राजनीति प्रकोष्ठ की प्रमुख तथा विभिन्न आध्यात्मिक व धार्मिक चैनलों के माध्यम से अपनी अमृतमयी वाणी से देश-विदेश में लोकप्रिय बाल ब्रह्मचारिणी, राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा ने सोमवार को पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्व विद्यालय के प्रेक्षागृह में ’’ सुख को एक अवसर दो जीवन में आने का’’ विषय पर विशेष प्रवचन किए।

बीकानेर में पहली बार अपने प्रवचनों के माध्यम से सबका मन मोह लेने वाली बी.के.उषा ने दो घंटें के धारा प्रवाह प्रवचन में कहा कि जीवन में सुख शांति प्राप्ति के लिए सकारात्मक सोच के साथ अच्छा चिंतन करें। फालतू की बातों को छोड़े तथा दिमाग को रचनात्मक, सृजनात्मक कार्यों में लगावें। फालतू व नकारात्मक विचारों से जीवन में सच्चा सुख, शांति व आनंद की प्राप्ति नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि जीवन में प्यार, सुख, शांति, आर्थिक व आध्यात्मिक उन्नति के लिए सब के सुख की कामना करें। जीवन में जो देता है वही प्राप्त करता है। अपन किसी को सुख, शांति देंगे तो हमें भी आनंद व सुख तथा सकून मिलेगा। अच्छी बुरी परिस्थितियां व समस्याएं जीवन में आना स्वभाविक प्रक्रिया है। कई परिस्थितियां व समस्याएं व्यक्ति की कमजोरी व परिस्थिति से खड़ी हो जाती है।

उन्होंने भजन ’’धीरज धर मनवा सुख के दिए आएंगे’’ का मुखड़ा सुनाते हुए कहा कि नजरिया बदलने से नजारे बदल जाते है। हर समस्या एवं परिस्थिति हमें सीख व अनुभव देती है। अनुभव का लाभ लेकर जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास करें।

बी.के. उषा ने कहा कि सकारात्मक उर्जा से सुख की मात्रा में वृद्धि होती है वहीं नकारात्मक सोच व उर्जा से दुःख, कलेश, तनाव आता है। देह व उनके संबंधों से बाहर आकर प्रत्येक व्यक्ति की विशेषताओं को देखकर उनका सम्मान करें । दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करने से जीवन में उत्साह, उमंग व खुशी आती है ।

विश्व विद्यालय की क्षेत्रीय केन्द्र प्रभारी बी.के. कमल ने कहा बी.के. उषा ने अपने ओजस्वी प्रवचनों के माध्यम से उपस्थितजनों को स्वरों से सुख की तथा योग से शांति की दुनियां की सैर करवाई। इनके प्रवचनों को जीवन में ग्रहण करें तथा सकारात्मक सोच के साथ स्वयं सुखी बने तथा दूसरों को सुखी बनाएं।

इस अवसर पर स्वच्छ प्रहरी संस्था की ओर से श्रीमती कमलेश यादव व मंजू गोयल ने बी.के. उषा व कमल का शॉल ओढ़ाकर तथा मोहर सिंह के नेतृत्व में अनेक विशिष्टजनों ने गुलदस्ते व स्मृति चिन्ह से दोनों बहनों का सम्मान किया।

शिक्षा विभाग के सेवानिवृत सहायक निदेशक सुरजा राम राजपुरोहित ने आयोजन का महत्व बताया तथा बी.के. उषा का परिचय दिया। बालिका हर्षिता सक्सेना ने आध्यात्मिक गीत पर नृत्य किया।

इन्होंने किया दीप प्रज्जवलित – पूर्व में वरिष्ठ नागरिक समिति के डॉ.एस.एन.हर्ष, पार्षद आदर्श शर्मा, शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनीता गौड़, रामपुरिया कॉलेज की पूर्व प्राचार्य श्रीमती शुक्ला बाला पुरोहित व डॉ.ओ.पी. गोयल ने दीप प्रज्जवलित किया। बी.के. मीना, रजनी ने अतिथियों का तिलक कर स्वागत किया।

मोहन थानवी

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