शहर के सौन्दर्य में अभिवृृद्धि के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं

20161109_121808बीकानेर, 9 नवम्बर। जिला कलक्टर एवं नगर विकास न्यास अध्यक्ष वेदप्रकाश ने कहा कि शहर के सौन्दर्य में अभिवृृद्धि के लिए नगर विकास न्यास द्वारा प्रभावी प्रयास किए जाएं, साथ ही न्यास द्वारा करवाए जा रहे निर्माण कार्य, गुणवत्ता के साथ समय सीमा में पूरे किए जाएं।
जिला कलक्टर बुधवार को कलक्टर कक्ष में नगर विकास न्यास कार्यों की प्रगति समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में न्यास सचिव ने बताया कि रविन्द्र रंगमंच का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। रंगमंच के भीतरी भाग का कार्य 15 नवम्बर तक तथा बाहरी भाग का निर्माण कार्य 5 दिसंबर तक पूर्ण कर लिया जाएगा। बैठक में बताया गया कि सूरसागर के पार्श्व भाग में स्थित मंदिर प्लाजा के लिए 55 लाख रूपये की लागत से स्टोन फ्लोरिंग का कार्य प्रगति पर है। सूरसागर के प्रवेश द्वार व दीवारों पर 40 लाख रूपये की लागत से एलईडी स्ट्रीट लाईट व पैनल लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। जिला कलक्टर ने यहां शेष रहे कार्य 22 नवम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए।
न्यास सचिव ने बताया कि न्यास की विभिन्न परियोजनाओं में आधारभूत सुविधाओं पर 7.75 करोड़ रूपए व्यय किए गए हैं। इसी प्रकार शहर के पूर्वी व पश्चिमी विधानसभा क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं व विकास कार्यों पर न्यास द्वारा दिसम्बर 2013 से अगस्त 2016 तक 43.35 करोड़ रूपए व्यय किए गए हैं। रामपुरिया हवेली के समीप बनाए जा रहे हेरिटेज वॉक पर इंटरलॉकिंग टाईल्स, सड़क व नाली निर्माण का कार्य पूर्ण कर दिया गया है। जिला कलक्टर ने यहां सौन्दर्यकरण के शेष रहे कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए।

स्वच्छता व सौन्दर्यकरण पर दें विशेष ध्यान- जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि सार्वजनिक स्थानों पर प्रकाश व्यवस्था दुरूस्त रखी जाए। विभिन्न स्थानों पर लगे फव्वारे सुचारू रूप से कार्यरत रहने सुनिश्चित किए जाएं। सड़कों के दोनों ओर स्थित दीवारों पर की गई वॉल पेंटिंग यदि कहीं खराब हो गई है, तो उसे ठीक करवाएं। रोड डिवाइडर्स पर क्षतिग्रस्त गमले दुरूस्त करवाएं, साथ ही यहां सूख चुके पौधों को बदला जाए।
इस अवसर पर न्यास सचिव महेन्द्र सिंह, न्यास अधिशासी अभियंता के एस राठौड, भंवरू खां ़ उपस्थित थे।
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बैंकर्स सजगता व संवेदनशीलता से करें कार्य- जिला कलक्टर
बीकानेर, 9 नवम्बर। जिला कलक्टर वेदप्रकाश ने कहा कि बैंकर्स सजगता व संवेदनशीलता से कार्य करते हुए विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत पात्रा लोगों को समय पर ऋण प्रदान करना सुनिश्चित करें।
जिला कलक्टर बुधवार को कलेक्टेªट सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी ) की बैठक में बैंकर्स को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जारी किए गए नवीन निर्देशों की अनुपालना में आमजन को नोट बदलवाने व निकलवाने के सम्बन्ध में आवश्यक नियमों की जानकारी बैंकों द्वारा दी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि आमजन में इस संबंध में किसी प्रकार की भ्रांति न फैले, साथ ही उन्हें असुविधा न हो, इसके लिए बैंकों द्वारा विशेष प्रयास किए जाएं।
जिला कलक्टर ने कहा कि वित्तीय समावेशन योजना के तहत बैंकों द्वारा गांवों में बीसी, बीएफ की नियुक्ति कर अधिकाधिक ग्रामवासियों के बैंक खाते खोले जाएं। प्रधानमंत्राी जन धन योजना के तहत खोले गए खातों में खाताधारक को रूपे कार्ड एवं पिन का वितरण कर कार्ड को एक्टिवेट करवाना सुनिश्चित करें। खाताधारकों को इस बात के लिए प्रेरित करें कि वो 45 दिन में कम से कम एक बार कार्ड से लेनदेन करें, जिससे उन्हें योजना के लाभ मिल सकें। उन्होंने कहा कि पात्रा लोगों को बैंक ऋण मिलने से वे स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सकेंगे। बैंक अधिकारी इस सम्बन्ध में विशेष अभियान चलाकर विभिन्न योजनाओं के तहत ऋण के लिए पात्रा लोगों के आवेदन-पत्रा भरवाएं।
विभिन्न योजनाओं की हुई प्रगति समीक्षा- बैठक में मुख्य प्रबन्धक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2016-17 की वार्षिक साख योजना के लिए कुल 8142.50 करोड़ रूपए के लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं, जिनमें से प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्रा के लिए 7498.55 करोड़ रूपए के लक्ष्य रखे गए हैं। राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद द्वारा वर्ष 2016-17 के तहत 135 स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं व अब तक कुल 1 हजार 169 समूह बन चुके हैं। चालू वित्तीय वर्ष की द्वितीय तिमाही अवधि में अब तक 273 स्वयं सहायता समूहों का बैंक लिंकेज व 189 समूहों का क्रेडिट लिंकेज किया गया है। द्वितीय तिमाही अवधि में 269.13 करोड़ रूपये के 11 हजार 308 नए किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए गए हैं। राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत विभिन्न बैंकों द्वारा 37 आवेदकों का क्रेडिट लिंकेज किया गया है। पोप योजना के तहत 113 आवेदकों को स्वीकृति जारी कर 58 को ऋण वितरित किया जा चुका है। मुख्यमंत्राी विशेष योग्यजन स्वरोजगार योजना के तहत 2016-17 में विभिन्न बैंकों द्वारा 49 स्वीकृतियां जारी कर 22 विशेष योग्यजनों को ऋण वितरित किया गया है। भामाशाह रोजगार सृजन योजना के तहत 71 स्वीकृतियां जारी की जा चुकी हैं। सौलर पंप सेट योजना में द्वितीय तिमाही तक 12 स्वीकृतियां जारी कर ऋण वितरित किया जा चुका है।
बैठक में एजीएम हरीश गोयल, मुख्य प्रबन्धक जितेन्द्र माथुर, जिला उद्योग केन्द्र महाप्रबन्धक आर के सेठिया, डीडीएम नाबार्ड भूपेन्द्र कुमावत, जिला परियोजना प्रबन्धक रमेश व्यास सहित विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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