बीकानेर। बीकानेर जिले में आमजन को बेहतरीन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं अपलब्ध हो सकें, इसके लिए केन्द्र व राज्य सरकार तथा दानदाताओं के सहयोग से सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज व पीबीएम अस्पताल परिसर में अभूतपूर्व विकास कार्य करवाए जा रहे हैं, जिनसे निकट भविष्य में जिले की प्रदेश व देश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान बनेगी।
गत तीन वर्षों में जिले के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज व पीबीएम अस्पताल परिसर में इसके तहत अनेक कार्य पूर्ण हो चुके हैं व कई कार्य प्रगतिरत हैं। पीबीएम अस्पताल में मोर्चरी भवन निर्माण व आधुनिकीकरण कार्य 63.89 लाख रूपये की लागत से पूर्ण हो चुका है। यूरो साईंस सेंटर के तहत 4.5 करोड़ रूपये राज्य सरकार द्वारा एवं 4.5 करोड़ रूपये दानदाता संस्था की सहभागिता से निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। अस्पताल में बहुमंजिला कॉटेज वार्ड के निर्माण के लिए भूमि चिन्हित कर, प्रस्ताव चिकित्सा शिक्षा निदेशालय को भिजवाए जा चुके हैं। पीबीएम में नेफ्रोलॉजिस्ट कार्यरत है तथा डायलिसिस की 22 मशीनें उपलब्ध हैं, जिन पर लगभग 1 हजार डायलिसिस प्रतिमाह किए जा रहे हैं। अस्पताल के जनाना चिकित्सालय के नवीन भवन का शेष रहा निर्माण कार्य, कार्यकारी एजेंसी आरएसआरडीसी द्वारा 1.79 करोड़ रूपए की लागत से करवाया जाएगा। एमसीएच विंग के अधूरे भवन को पूर्ण करने के लिए एनआरएचएम को कार्यकारी एजेंसी बनाया गया है तथा 7 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। सुपर स्पेशियलिटी विंग की स्थापना के तहत लगभग 150 करोड़ की लागत का यह कार्य, कार्यकारी एजेंसी एचएससीसी से एमओयू होने के बाद प्रारम्भ कर दिया गया। सितम्बर तक इस पर 7.50 करोड़ रूपये व्यय कर दिये गये हंै, शेष कार्य प्रगति पर है। अस्पताल में सफाई व्यवस्था के संबंध में 225 बिंदु निर्धारित किए गए हैं, इसके लिए पर्याप्त बजट उपलब्ध है, साथ ही राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी के माध्यम से भी सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जाती है।
सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में डिपार्टमेंट ऑफ इमरजेंसी, अलग से खोले जाने की आवश्यकता के मद््देनजर, इस हेतु यहां 53.27 लाख रूपये लागत से एक फ्लोर तैयार किया जा चुका है, जिसमें 20 बिस्तर का ए सी हॉल, नर्सिंग स्टेशन व डॉक्टर चेम्बर का निर्माण हो गया है। मेडिकल कॉलेज में मल्टी डिसिप्लेनेरी रिसर्च लैब की स्थापना के संबंध में केन्द्र सरकार द्वारा कुल 5 करोड़ रूपये की योजना की स्वीकृति जारी की गई है, जिसके तहत प्रति वर्ष 1 करोड़ रूपए का बजट आवंटन किया जाएगा। वर्ष 2015-16 में 97 लाख रूपये का कार्य पीडब्ल्यूडी के माध्यम से करवाया जा चुका है व वर्ष 16-17 में अब तक 34 लाख रूपये प्राप्त हुए हैं। उपलब्ध संसाधनों से यहां लैब प्रारम्भ कर दी गई है।
टर्सरी कैंसर केयर सेंटर की स्थापना हेतु केन्द्र सरकार से इसके लिए प्रथम किस्त के तहत 17.123 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्राप्त हो गई है व राज्य के हिस्से की राशि 11.12 करोड़ के लिए पत्र प्रेषित किया गया है। मेडिकल कॉलेज में 30 नए आवासीय बहुमंजिला स्टाफ क्वार्टर्स के निर्माण के लिए एनआरएचएम को कार्यकारी एजेंसी नियुक्त किया गया है तथा 4.87 करोड़ रूपये की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। कॉलेज में गल्र्स हॉस्टल के निर्माण कार्य के तहत 2213 ला$ख रूपए व्यय कर छात्रावास भवन में 216 सिंगल सीटेड कमरे, 32 डबल सीटेड, 24 ट्रिपल सीटेड कमरों के साथ कॉमन रूम्स, मैस, सिक रूम्स, प्रतीक्षा कक्ष, कार्यालय तथा सुरक्षा कक्ष का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। कॉलेज में 448 लाख रूपए की लागत से जी. एन. एम. टी सी गल्र्स हॉस्टल का निर्माण किया गया व यहां 320 लाख रूपए की लागत से राजकीय नर्सिंग कॉलेज भवन का निर्माण करवाया जा रहा है।
संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में उक्त निर्माण कार्य पूर्ण होने के पश्चात इस क्षेत्र के लोगों उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकेगा।
-शरद केवलिया
सहायक जनसम्पर्क अधिकारी, बीकानेर