बीकानेर, 5 दिसम्बर। किसी प्रकार के भ्रष्टाचार, धोखाधड़़ी, मिलावट आदि के विरुद्घ आवाज उठाएं। उपभोक्ता क्रय की गई वस्तु का बिल अवश्य लें, जिससे खराब सामान मिलने पर संबंधित व्यापारी के विरुद्घ नियमानुसार कार्यवाही की जा सके।
यह कहा संसदीय सचिव डा. विश्वनाथ मेघवाल ने । उन्होंने उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने का ये संदेश दिया सोमवार को टाऊन हॉल में आयोजित बीकानेर संभाग के संभागीय उपभोक्ता जागृृति सम्मेलन में। संसदीय सचिव ने कहा कि ऐसे सम्मेलनों से उपभोक्ताओं में जागरूकता आएगी तथा वे खरीददारी करने के समय अधिक सजग रह सकेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए कृृतसंकल्प है। हम सबका दायित्व है कि राष्ट्र के नव निर्माण के लिए अपनी प्रभावी भूमिका निभाएं।
नगर विकास न्यास अध्यक्ष महावीर रांका ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में उपभोक्ता, विज्ञापनों में कही जाने वाली बातों के सम्बंध में पूरी जानकारी प्राप्त करें, जिससे वे गुमराह न किए जा सकें।
उन्होंने बताया कि रवीन्द्र रंगमंच तैयार हो गया है, अब टाऊन हॉल में भी मरम्मत कार्य करवाया जाएगा, जिससे यह और अधिक सुविधाजनक व आकर्षक बन सके।
पदेन उप राज्य उपभोक्ता संरक्षण अधिकारी व उपनिदेशक संजय झाला ने कहा कि अल्प समय में ही उपभोक्ता मामले विभाग ने उपभोक्ताओं के हितों की दिशा में रेखांकित किए जाने योग्य कार्य किए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने उपभोक्ताओं की परिवेदनाओं की सुनवाई हेतु, उपभोक्ता भवन निर्माण के लिए जयपुर में भूमि आवंटित की है। माध्यमिक विद्यालयों में लगभग 1 हजार उपभोक्ता क्लबों को वित्तीय सहायता देकर सक्रिय किया गया है। विभाग द्वारा ई न्यूज लेटर निकाला जा रहा है व उपभोक्ता मंचों को सशक्त किया जा रहा है। केन्द्रीय उपभोक्ता संरक्षण परिषद के सदस्य डॉ अनंत शर्मा ने कहा कि उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए चलाई जा रही टोल फ्री हेल्पलाइन से बड़ी संख्या में आमजन लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि एमआरपी के सम्बंध में उपभोक्ता मोल भाव करें। उपभोक्ता आंदोलन को सशक्त बनाने में सोशल मीडिया की भी सहायता ली जा सकती है। जिला रसद अधिकारी पार्थसारथी ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में पोस मशीन के द्वारा लगभग 78 प्रतिशत आमजन को उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से राशन बांटा जा रहा है।
इस अवसर पर उपभोक्ता संगठन के पदाधिकारी डॉ मेघराज आचार्य, सुरेश व्यास, योगेश पालीवाल, खुशाल व्यास, श्याम तंवर, हनुमान सिंह, अमर सिंह ढाका ने भी विचार व्यक्त किए। दो सत्रों में आयोजित इस सम्मेलन में अन्नपूर्णा भण्डार, लीगल मेट्रोलॉजी, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के सम्बंध में वक्ताओं ने विचार रखे। संभागीय उपभोक्ता संरक्षण अधिकारी भंवरसिंह राठौड़ ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन ज्योतिप्रकाश रंगा ने किया ।
– मोहन थानवी