रोगी का दुर्लभ हाइड्रोकिपेलस ऑपरेशन

photo-pbmबीकानेर, 22 दिसम्बर। पी.बी.एम. अस्पताल के न्यूरोसर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.सुशील आचार्य के नेतृत्व में गुरुवार को एक रोगी का दुर्लभ हाइड्रोकिपेलस ऑपरेशन कर उसको राहत प्रदान की है।
डॉ.आचार्य ने बताया कि मरीज नेमाराम उम्र 12 वर्ष निवासी गांव जुगलिया, चूरू ट्रोमा सेंटर में 18 दिसम्बर को सरदर्द व उल्टी की तकलीफ की बीमारी को लेकर भर्ती हुआ। मरीज की सिटी स्केन करवाने पर ज्ञात हुआ की उसे दिमाग में पानी भरने व उसके बहाव में रूकावट की बीमारी है। मरीज इस तकलीफ के लिए दस वर्ष पूर्व जयपुर में एक वी.पी.संट ऑपरेशन भी करवा चुका था। दिमाग में ब्लॉक होने से पानी की थैलियां बढ़ गई थी।
न्यूरो सर्जरी विभाग में उपलब्ध अत्याधुनिक मशीन व तकनीक के द्वारा रोगी की सिर के अंदर दूरबीन से एक मात्रा छोटे छेद द्वारा इस पानी के बहाव को खोल दिया गया। इस ऑपरेशन से मरीज के संट (एक प्रकार की नलकी सिर से लेकर पेट तक डाली जाती है)डालने की आवश्यकता नहीं रही। मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ है। इस ऑपरेशन से मरीज को आर्थिक नुकसान नहीं हुआ तथा उसे लम्बे समय तक अस्पताल में नहीं रहना पड़ा।
न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ.सुशील आचार्य एवं सहायक आचार्य डॉ.कपिल पारीक ने बताया कि इस प्रकार के ऑपरेशन पी.बी.एम. में अब नियमित रूप से किए जाते रहेंगे। पूर्व में भी दूरबीन की की सहायता से पिट्यूटरी व इंडोस्कोपिक ऑपरेशन किए जा चुके हैं। ऑपरेशन में डॉ.सुशील आचार्य, डॉ.कपिल पारीक, डॉ.दिनेश सोढ़ी और निश्चित विभाग की डॉ.साधना जैन ,डॉ. संगीता,डॉ.सरोज एवं नर्सिंग स्टॉफ परमजी कौर व विष्णु का सहयोग रहा।

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