बिहार के राज्यपाल सामूहिक विवाह समारोह में

bhawna meghwal trustबीकानेर (मोहन थानवी)। समाज के 27 जोड़ों के गृहस्थ जीवन में प्रवेश अवसर का साक्षी पॉलीटैक्निक कालेज मैदान में मौजूद हर चेहरा और अधिक दमक उठा जब बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने समाज की पुरस्कृत चार छात्रा प्रतिभाओं को सराहा और नवदम्पतियों को आशीर्वचन कहे। ऐसा अवसर उपलब्ध करवाया भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट ने। ट्रस्ट पूर्ववर्षों में 169 जोड़ों के परिणय सूत्र में बंधने का माध्यम बन चुका है। आज शनिवार 28/1/17 को ट्रस्ट की 2006 से चली आ रही परंपरा के अनुसार समारोह के दौरान बिहार के राज्यपाल एवं अन्य अतिथियों ने चार छात्राओं को ‘भावना अवार्ड’ से पुरस्कृत किया। राज्यपाल कोविंद ने कहा कि पीछे चलने वालों को हाथ पकड़कर आगे लाएं तथा आगे चलने वालों के साथ मिलकर आगे बढ़ें, इससे देश की सामाजिक समरसता को और अधिक बढ़ावा मिलेगा तथा भारत, दुनिया का सिरमौर बन जाएगा। आज हमने जो मुकाम हासिल किया है, इसमें हमारे राष्ट्र, समाज, परिवार और माता-पिता की भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। इनका कर्ज चुकाना हमारा पहला दायित्व है। उन्होंने भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट के सामाजिक सरोकारों के कार्यों को अनुकरणीय बताया। सामूहिक विवाह समारोह में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष भूमिका निभाने वाले सभी लोगों को धन्यवाद का पात्र बताते हुए कहा कि, वे समाज सुधार के कार्य में भागीदार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने वाली बेटियों को सम्माानित किया जा रहा है, यह सभी के लिए प्रेरणादायी है।
केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बाबा रामदेव, बाबा साहेब भीम राव आम्बेडकर और मीरा बाई को सामाजिक समरसता के प्रवर्तक बताया। उन्होंने ‘सगी थारी-म्हारी करणी सोरी’ लोकगीत के माध्यम से सामाजिक समरसता का संदेश दिया।

मेघवाल ने बताया कि राज्य में दसवीं की परीक्षा में प्रथम तथा जिले में 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली एससी छात्रा को प्रतिवर्ष ‘भावना अवार्ड’ दिया जाता है। इसके अलावा जयपुर की कानोड़िया कॉलेज में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली छात्रा को भी यह पुरस्कार दिया जाता है। ट्रस्ट के रविशेखर मेघवाल ने स्वागत उद्बोधन दिया।

इससे पहले भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट की प्रधान ट्रस्टी पाना देवी मेघवाल ने बिहार के राज्यपाल तथा उनकी पत्नी सविता पुरी का अभिनंदन किया। पुखराज शर्मा के नेतृत्व में बालिकाओं ने स्वागत गीत की प्रभावमयी प्रस्तुति दी गई। बिहार के राज्यपाल ने ट्रस्ट को भगवान बुद्व की प्रतिमा भेंट की। ट्रस्ट की ओर से उन्हें विजय स्तम्भ का प्रतीक चिन्ह प्रदान किया गया।

मंच पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, महापौर नारायण चौपड़ा, कबीर पंथी नानकनाथ महाराज, एआईसीटी दिल्ली के वाइस चेयरमैन डॉ. एम. पी. पूनिया, ट्रस्टी एस. पी. आर्य, एन. एल. वर्मा मौजूद थे।

चार छात्राओं को मिला ‘भावना अवार्ड’

समारोह के दौरान बिहार के राज्यपाल एवं अन्य अतिथियों ने चार छात्राओं को ‘भावना अवार्ड’ से पुरस्कृत किया। दसवीं बोर्ड में 98 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राज्य में प्रथम स्थान पर रहने वाली अनुसूचित जाति वर्ग की छात्रा सवाईमाधोपुर की प्रियंका रमन, बारहवीं में 95.40 अंक प्राप्त कर जिले में प्रथम रहने वाली एससी की छात्रा कृतिक चंदन तथा दसवीं में 92.33 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में प्रथम रहने वाली भारती चाचड़ के अलावा कानोड़िया कॉलेज जयपुर में बीए टॉप करने वाली इस्मां खां को भावना अवार्ड से नवाजा गया। पुरस्कृत छात्राओं को ग्यारह हजार रूपये, स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण-पत्र के साथ बाबा साहेब की 125वीं जयंती के अवसर पर भारत सरकार द्वारा जारी 125 और 10 रूपये के विशेष सिक्के भी भेंट किए गए।

इस अवसर पर भावना मेघवाल मेमोरियल ट्रस्ट की सुशीला देवी, मनीषा मेघवाल, अमित जनागल, सहीराम दुसाद, नंद किशोर सोलंकी, विजय आचार्य, बिहारी बिश्नोई, रामगोपाल सुथार, अशोक भाटी, सुरेन्द्र सिंह शेखावत, भंवर पुरोहित, हजारीमल सारस्वत सहित परिणय सूत्र में बंधने वाले दूल्हे-दुल्हन एवं उनके परिजन सहित बड़ी संख्या में आमजन मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा एवं दिलीप पड़िहार ने किया।

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