जयपुर, 24 मार्च (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित कार्यालय ’’अकादमी संकुल’’ में शुक्रवार, 24 मार्च, 2017 को मासिक साहित्यिक (अदबी) गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी की अध्यक्षता अजमेर के वरिष्ठ साहित्यकार डा0हासो दादलानी ने की। गोष्ठी में सर्वश्री हरीष करमचंदानी ने कविता ’’हूं ऐं तव्हां’’ टोंक के डा0किषनचंद ने गज़ल ’’पत्ता दई वियो’’, हेमनदास मोटवानी ने कविता ’’झूलेलाल जी महिमा एवं साधु वासवाणी हिक शख्सियत’’, श्रीमती वीना करमचंदानी ने कविता ’’अदावत’’ गोपाल ने गीत ’’वाह वाह रे रंगी तुहिंजा रंग’’, रोमा चांदवानी ने लेख ’’सिन्धु एकता जो प्रतीक-चेटीचण्ड महोेत्सव’’, श्रीमती नंदिनी पंजवानी ने गीत ’’तो विसारियो मूखे दिलबर’’ हेमा मलानी ने संस्मरण, ज्योति राज पहलवानी ने कविता ’’सुञाणप’’, दयाल दास ईसराणी ने कविता ’’धीअ हुजा हां’’ मोनिका पंजवानी ने कहानी ’’संघर्ष’’ सुश्री लविना पहलवानी ने कविता ’’माउ’’, श्रीमती नानकी मलानी ने भजन ’’नकी चिता करयूं हां न गम’’ एवं डा.हासो दादलानी ने व्याख्या ’’साहित्य ऐं भाषा’’ प्रस्तुत की।
गोष्ठी में अकादमी के पूर्व सदस्य, सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार आदि उपस्थित थे।
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