बीकानेर, 21/4/17। पार्श्व गायिका हेमलता 22 अप्रैल को बीकानेर आ रही हैं। हेमलता ने ‘अंखियों के झरोखे से… ‘, सुन के तेरी पुकार…
‘,‘तू जो मेरे सुपर में सुर मिला दे… ‘, ‘जब दीप जले आना… ‘, आदि अनेक गीत गाकर प्रसिद्धि हासिल की है।
सिने जगत की मशहूर पार्श्व गायिका हेमलता ने बीकानेर
के प्रसिद्ध साहित्यकार गौरीशंकर मधुकर द्वारा श्रीविश्वकर्मा भगवान पर
रचित गीतों को अपने मधुर सुर से सजाया है। मधुकर ने बताया कि 23 /4/17 को रवीन्द्र रंगमंच पर मुंबई के स्टूडियो ए.बी.सी.डी.
के बैनर तले बने ऑडियो-वीडियो भजन एलबम को लोकार्मूपित करेंगी। स्टूडियो ए.बी.सी.डी के चेयरमैन सखा मित्र अश्वनी के अनुसार
बीकानेर का साहित्य, धर्म और संस्कृति के क्षेत्र में दुनियाभर
नाम है। यहां के वरिष्ठ लेखक एवं साहित्यकार गौरीशंकर मधुकर ने भगवान
श्रीविश्वकर्मा पर गीतों की रचना की है। जिन्हें उनके निर्देशन में तैयार इस एलबम के टाइटल
गीत का मुखड़ा ‘विश्व वंदय प्रभु विश्वकर्मा, वंदना शत-शत नम। दिगदिग्जा
में दृष्टिगत है, आपका अनुपम सृजन…।’ के साथ शामिल किया । 23 अप्रेल को सुप्रसिद्ध गायिका हेमलता का बीकानेर में आयोजित होने
वाले समारोह में सम्मान किया जाएगा। हेमलता जी 22 अप्रेल को
बीकानेर आ जाएंगी। साहित्यकार गौरीशंकर
मधुकर ने बताया कि उन्होंने भगवान श्रीविश्वकर्मा पर गीतों की रचना काफी
महीने पहले की थी। इसके बाद स्टूडियो ए.बी.सी.डी के सखा मित्र अश्वनी जी
ने इन गीतों की सराहना करते हुए अपने निर्देशन में इन्हें जन-जन पहुंचाने का कार्य किया है। प्रसन्नता इस बात की है कि इन गीतों को सुर
सुप्रसिद्ध गायिका हेमलता जी ने दिए हैं।
– मोहन थानवी