मुस्लिम धर्म अपना चुके मेहरात ने की हिंदू धर्म में घर वापसी

हजरत अली खान बना हरजी सिंह रावत
पंडितों ने हिंदू रीति रिवाज से धार्मिक अनुष्ठान में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हरजी सिंह की करवाई घर वापसी
हिंदू धर्म स्वीकार करने के बाद हरजी सिंह का हिंदू लड़की के साथ में हिंदू रीति रिवाज से करवाया विवाह

IMG-20170421-WA0097✍? ब्रजपाल सिंह रावत “पत्रकार”
रावत सेना ने ब्यावर शहर के पास अतीतमंड गांव में 19 अप्रैल 2017 को मुस्लिम धर्म अपना चुके एक मेहरात की हिंदू धर्म में घर वापसी करवाकर एक हिंदू लड़की के साथ हिंदू रीति रिवाज से विवाह करवा कर समाज में अनूठी मिसाल पेश की I अतीतमंड के दो-दो बार सरपंच रहे प्रताप सिंह रावत की इकलौती बेटी गंगा रावत को मुस्लिम धर्म अपनाने वाले मांडेडा गांव निवासी हजरत अली खान से गहरा प्यार हो गया था l गंगा और हजरत अली अली का प्यार परवान चढ़ने लगा और बात शादी तक पहुंच चुकी थी I इस दौरान गंगा ने अपने माता पिता को यह बात बताई की उसको हजरत से प्यार है और वह दोनों अब शादी करना चाहते हैं l गंगा के पिता पूर्व सरपंच प्रताप सिंह ने हजरत के बारे में पूछा तो हजरत के मुसलमान होने और एक मामूली ट्रैक्टर ड्राइवर होने की बात कहते हुए गंगा को समझाया और हजरत के साथ शादी करने से मना कर दिया था l लेकिन, गंगा अपने प्यार हजरत को खोना नहीं चाहती थी I उसने हजरत को यह सब कहानी बताई तो हजरत भी उलझन में पड़ गया I कई महीनों तक दोनों सरपंच प्रताप सिंह और उसकी पत्नी के समक्ष कई बार और बार-बार मिन्नतें की मगर सरपंच प्रताप सिंह ने गंगा को स्पष्ट कह दिया की गंगा या तो अपने मां बाप को छोड़ दे या फिर उस मुसलमान हजरत को छोड़ दे I लेकिन, गंगा ने मां बाप के साथ हजरत को भी रखने का निश्चय कर लिया था I इतफाक से एक दिन रावत सेना संस्थापक महेंद्र सिंह रावत को गंगा के पिता सरपंच प्रताप सिंह मिल गए और प्रताप सिंह ने महेंद्र सिंह को यह सारी कहानी बताई I महेंद्र सिंह ने प्रताप सिंह को गंगा से मिलाने की बात कही I गंगा ने महेंद्र सिंह को अपने प्यार की हकीकत बताई तो महेंद्र सिंह ने गंगा को हजरत से मिलाने को कहा । गंगा ने हजरत को घर बुलाया और महेंद्र सिंह से मिलवाया। महेंद्र सिंह ने उसे समझाया कि उस के पूर्वज जोकि मेहरात है, वह मूल रुप से हिंदू है पूर्व में किसी परिस्थितिवश मेहरातो ने मुस्लिम धर्म की कुछ शर्तें मानी थी, लेकिन वह दौर था अब समय बदला है। अधिकांश मेहरात आज फिर से हिंदू धर्म को स्वीकार कर घर वापसी कर चुके है। इस तरह हजरत को रावत सेना संस्थापक महेंद्र सिंह रावत ने प्रेरित किया I हजरत को हिंदू धर्म स्वीकार करने के बाद गंगा के साथ शादी करवाने का विश्वास दिलाया l हजरत को महेंद्र सिंह रावत की यह बात समझ में आ गई और उसने हिंदू धर्म को स्वीकार करने और गंगा के साथ हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने की हां कर ली l आखिर 19 अप्रैल 2017को हजरत ने विद्वान पंडितों के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पंचामृत को धारण कर हिंदू धर्म को स्वीकार किया और हजरत अली खां से हरजी सिंह रावत बन घर वापसी कर ली । उसी दिन गंगा के साथ हिंदू रीति रिवाज से अग्निकुंड के समक्ष सात फेरे लेकर विवाह रचाया । इस पूरी घटना क्रम में रावत सेना संस्थापक महेंद्र सिंह रावत और उनकी पूरी टीम का विशेष योगदान रहा । इतना ही नहीं शादी समारोह में पूरे दिन रावत सेना के कार्यकर्ता मौजूद रहे। विवाह की रस्में पूरी होने के बाद दूल्हे हरजीसिंह और दुल्हन गंगा रावत के साथ दुल्हे और दुल्हन के परिजनों ने रावत सेना का स्वागत करते हुए आभार जताया। रावत सेना संस्थापक महेंद्र सिंह रावत ने रावत सेना को देश और धर्म के साथ साथ समाज को समर्पित एक अनुशासन वाला संगठन बताते हुए ऐसे घर वापसी के सकारात्मक कार्यों में आगे होकर सहयोग प्रदान करने की बात कही।

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