स्वस्थ राष्ट्र को हकीकत में बदलने की जरूरत: अल्वा

राज्यपाल माग्र्रेट अल्वा ने रविवार को कहा कि सही अर्थो में वही राष्ट्र खुशहाल माना जा सकता है जहां के नागरिक स्वस्थ हों। भारत को ‘स्वस्थ राष्ट्र’ बनाने के सपने को हकीकत में बदलने के लिए चिकित्सकों को गांवों और जनजातीय इलाकों में जाकर समुचित चिकित्सा सेवा उपलब्ध करानी चाहिए।

अल्वा रविवार को सवाई मानसिंह कन्वेंशन सेंटर में पद्मश्री डॉ. एस.आर.मेहता के जीवन पर लिखी पुस्तक ‘मेडिकल लेजेन्ड’ के प्रेजेन्टेशन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रही थीं।

उन्होंने कहा कि यह दु:खद बात है कि चिकित्सा का पेशा एक धन कमाने का जरिया बनता जा रहा है और चिकित्सक ग्रामीण एवं जनजातीय इलाकों में जाकर सेवा करने से मना कर देते हैं, जहां प्रति वर्ष हजारों लोग आधारभूत चिकित्सा के अभाव में मर जाते हैं। देश में बड़ी संख्या में आज भी लोग भूख और कुपोषण से पीड़ित हैं। इन लोगों की सेवा करके ‘स्वस्थ राष्ट्र’ की कल्पना को साकार करना चाहिए।

राज्यपाल ने राजस्थान सरकार की सराहना करते हुए कहा कि सरकार ने नि:शुल्क दवा योजना, जननी सुरक्षा योजना, किशोरी बालिकाओं के लिए पोषाहार कार्यक्रम, स्कूली बच्चों के लिए मिड-डे-मील योजना और आंगनबाड़ी में बच्चों को कुपोषण से मुक्त कराने के लिए विशेष कार्यक्रम जैसी कई प्रशंसनीय योजनाएं लागू की हैं। इन योजनाओं से प्रदेश के लोगों में नई उम्मीदें जगी हैं।

अल्वा ने डॉ. एस.आर.मेहता के चिकित्सा क्षेत्र में दिये गए अमूल्य योगदान की प्रशंसा करते हुए इसे युवा पीढ़ी के लिए अनुकरणीय बताया। राज्यपाल को ऊर्जा एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने ‘मेडिकल लेजेन्ड’ पुस्तक की पहली प्रति भेंट की।

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