सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से हुआ सशक्तीकरण

bikaner samacharबीकानेर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति, विशेष पिछड़ा वर्ग, आर्थिक पिछड़ा वर्ग, घुमन्तु-अद्र्धघुमन्तु एवं विमुक्त जाति वर्ग के व्यक्तियों व दिव्यांगजनों को संबल मिला है तथा अब वे अपने लक्ष्य की ओर मजबूती से कदम बढ़ा रहे हैं।

बीकानेर जिले में दिसंबर 2013 से सितंबर 2017 तक के विभागीय प्रगति आंकड़ों का अवलोकन करने पर यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार की उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति, अनुप्रति, छात्रावास आदि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इन वगोर्ं के व्यक्तियों को आशातीत लाभ प्राप्त हुआ है।

उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्तिः-योजनान्तर्गत राजकीय, मान्यता प्राप्त महाविद्यालय में नियमित रूप से अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति, विशेष पिछड़ा वर्ग, आर्थिक पिछड़ा वर्ग, घुमन्तु-अद्र्धघुमन्तु एवं विमुक्त जाति के विद्यार्थियों को मासिक अनुरक्षण भत्ता स्वीकृत एवं नॉन रिफन्डेबल फीस का विभाग द्वारा पुनर्भरण किया जाकर, सम्बन्धित विद्यार्थी के बैंक खाते में राशि हस्तांतरित की जाती है। दिसम्बर 2013 से सितम्बर 2017 तक 19 हजार 20 विद्यार्थियों को 3631.29 लाख रूपए की छात्रवृत्ति का भुगतान किया गया है।

अनुप्रति योजनाः- इस योजना के अन्तर्गत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं विशेष पिछड़ा वर्ग, सभी वगार्ें के बी.पी.एल. एवं दिव्यांग प्रतिभावान विद्यार्थियों को सिविल सेवा, आई.आई.टी, आई.आई.एम, एम्स आदि राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा में सफल होने पर प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। अब तक 47 अभ्यर्थियों को इस योजना के तहत कुल 11.68 लाख रूपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है।

छात्रावास योजनाः- यह योजना अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, स्वच्छकार, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं विशेष पिछड़ा वर्ग के परिवाराें के विद्यार्थियों को शिक्षित कर, उन्हें संस्कारवान एवं स्वावलम्बी बनाने का सराहनीय प्रयास है। इन छात्रावासों में आवासीय विद्यार्थियों को निःशुल्क आवास, पेयजल, विद्युत, भोजन, वस्त्र, पुस्तकें व स्टेशनरी आदि उपलब्ध करवायी जाती हैं। बीकानेर जिले में 18 राजकीय एवं 2 अनुदानित छात्रावास संचालित हैं तथा 3 छात्रावास जनसहभागिता योजनान्तर्गत संचालित हैं। अब तक इन छात्रावासों में 3 हजार 835 विद्यार्थियों को प्रवेशित कर 387.66 लाख रूपए की राशि व्यय की गई।

-शरद केवलिया

सहायक जनसम्पर्क अधिकारी,

सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय, बीकानेर

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