नोटबंदी के कारण अर्थव्यवस्था पर पड़े नकारात्मक प्रभाव

IMGबीेेकानेर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार आज नोटबंदी के 1 वर्ष पूर्ण होने पर (काला दिवस) के रूप में देहात कांग्रेस कमेटी द्वारा जिला अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत की अध्यक्षता में तथा प्रभारी भरतराम मेधवाल व सहप्रभारी पवन गोदारा के अतिथ्य में जिला कलेक्ट्रेट मुख्यालय के सामने प्रातः 11 बजे से धरना व प्रदर्शन आयोजित हुआ जो सांय 6 बजे तक चला। तत्पश्चात इन्दिरा गॉधी की प्रतिमा स्थल से कलेक्ट्रेट तक कैन्डल मार्च किया गया व कलेक्ट्रेट के आगे कैन्डल प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत ने कहा कि नोटबंदी को एक वर्ष पूरा हो चुका है परन्तु ना तो काले धन पर नकेल लगी और नई मुद्रा में नकली नोट अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन चुके है और नोटबंदी के दौरान आतंकवादियों के पास भी 2000 रुपये के नए नोट मिले हैं। मोदी ने यह भी दावा किया था कि नोटबंदी के बाद भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और लेन-देन डिजीटल हो जाएगा, परन्तु देश में भ्रष्टाचार के आयाम स्थापित हो रहे है और भाजपा शासित राज्यों में भ्रष्टाचार को संस्थागत करने और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिए जाने के लिए कानून तक बनाने के प्रयास तत्परता से जारी है।
इस अवसर पर जिला प्रभारी भरतराम मेधवाल ने कहा कि बैंकों व एटीएम के बाहर आमजनता ने घण्टों से दिनों तक भूखे-प्यासे खड़े रहकर अपनी गाढ़ी कमाई के नोटों को बदलवाने के लिए संघर्ष किया और इस दौरान लगभग 100 से ज्यादा लोग बेमौत मारे गए। नोटबंदी के इस फैसले ने देश की अर्थव्यवस्था को गहरा आघात पहुँचाया है और जैसा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने संसद में कहा था कि ‘‘इस फैसले से देश की विकास दर दो प्रतिशत तक गिर जाएगी’’ पूरी तरह से सही साबित हुआ है। आपके इस फैसले से लघु व मध्यम उद्योग बंद हो गए है, बेरोजगारी बढ़ी है और कृषि पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है। भारत सरकार के सीएसओ के आंकड़े स्पष्ट करते है कि देश की अर्थव्यवस्था पर वास्तविकता में बड़ा विपरीत प्रभाव पड़ा है और जीडीपी 3 से 4 प्रतिशत रह गई है।
इस अवसर पर सहप्रभारी पवन गोदारा ने कहा कि आरबीआई ने हाल ही में आंकड़े जारी किए है कि नोटबंदी के बाद बैंकों में 99 प्रतिशत नोट वापस आ गए हैं और यदि सहकारी बैंकों में पड़े पुराने नोटों व नेपाल से आने वाली मुद्रा को मिला लिया जाए तो 100 प्रतिशत के करीब हो जाएगी तो फिर बताये कि कालाधन कहां गया।
इस अवसर पर कोलायत विधायक भंवरसिंह ने कहा कि सरकार ने नए नोट छापने में 21 हजार करोड़ रुपये व्यय किए है जबकि बंद किए गए 15.4 लाख करोड़ नोटों में से 16 हजार करोड़ जो मात्र 1 प्रतिशत है बैंकों में वापस नहीं आये तो फिर सरकार स्पष्ट करें कि 21 हजार करोड़ का व्यय किया जाना कितना सार्थक है?
इस अवसर पर जिला प्रमुख सुशीला सींेवर ने कहा कि नोटबंदी से दावा किया गया था कि आतंकवाद में काम आने वाली मुद्रा पर अंकुश लगेगा व आतंकवाद की घटनाओं में कमी आयेगी, परन्तु यह स्पष्ट हो गया है कि आतंकवादी घटनाओं में नवम्बर, 2016 से अगस्त, 2017 के बीच में 33 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। तो फिर सरकार स्पष्ट करे कि नोटबंदी का प्रभाव आतंकवाद को नियंत्रित करने में क्या रहा है?
इस अवसर पर देहात महिला अध्यक्ष शशिकला राठौड़ क्या नोटबंदी के फैसले को सरकार के स्तर पर लेकर एनडीए सरकार ने आरबीआई की स्वायत्ता का हनन किया है।
मंच संचालन सेवादल के प्रद्रेश संगठक मार्शल प्रहलादसिंह ने किया।
देहात प्रवक्ता ओमप्रकाश सैन, ने बताया कि धरना प्रदर्शन में प्रदेश सेवादल संगठक मार्शल प्रहलादसिंह पूर्व विधायक गोविन्दराम मेधवाल, ब्लॉक अध्यक्ष पदमसिंह सोढा, पुखराज गोदारा, किशनलाल गोदारा, अर्जुनराम कुकणा, देहात महिला अध्यक्ष शशिकला राठौड, देहात सेवादल मुख्य संगठक प्रेमलता राठौड, वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री राजभटनागर, देहात उपाध्यक्ष नारायणसिंह चारण, रामेश्वरलाल जाखड, कप्तान मोहनलाल, हनुमान चौधरी, भवरलाल रिटोड, भागूराम सहू, अब्दुल रहमान, महासचिव भागीरथ कस्वां, राकेश कस्वां, राधेश्याम तर्ड, शिवलाल मेधवाल, सत्तुखान, रविन्द्र कस्वां सचिव रामनाराण ज्याणी, साबूदीन पडिहार, लक्ष्मणराम खिलेरी, पूनमचन्द भाम्भू, विक्रम स्वामी, किशनलाल औझा, जगदीश माली, मनोज व्यास, सतीशकुमार पुरोहित, का.का. सदस्य रायसिह गोदारा, सहीराम सीगड़, पें.सम्भाग अध्यक्ष अम्बाराम इणखिया, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष जावेद पडिहार, लोकसभा यूथ अध्यक्ष बिशनाराम सियाग, पीसीसी सदस्य गणपतराम सीगड, पीसीसी सदस्य किशनलाल मेधवाल, सरंपच बज्जू मंगलाराम खिलेरी, पूर्व यूआईटी चैयरमैन मकसूद अहमद, ओबीस प्रकोष्ठ अध्यक्ष पुखराज गेधर, देहात अनु.जाति मेवराम मेधवाल, देहात विधि प्रकोष्ठ ओमप्रकाश जाखड़, शहर ओबीसी प्रकोष्ठ हसनअली गौरी, अल्पसंख्यक अध्यक्ष अकरम सम्मा, यूथ उपाध्यक्ष तोलाराम सियाग, ओमप्रकाश भादू, अमित मीणा, हजिरखान, भवरलाल, ताजूराम, पार्षद नन्दलाल जावा, ललित तेजस्वी, मनोज किराडू, शिव कुमार गहलोत, मुनीर कुरैशी, सीताराम देशनोक, मेधदान चारण, सुखदेव जावा, सन्तोष चांगरा, सतीष चावरिया, बाबुलाल, शिवशकंर हर्ष, मोहनलाल सारस्वत, प.स.सदस्य कन्हैयालाल शर्मा, योगेश पालीवाल, नरसिहदास व्यास, ओमप्रकाश, राहुल जादुसंगत, चित्रेश गहलोत, ताहिर कादरी, शाहरूख, मुजहिद, तरूणकुमार दावां, जितेन्द्र खत्री, रमजान अली, पार्षद मनोज कुमार नायक, शिवराज गोदारा, बजगरगं बेनीवाल, सरोज, कान्ता कवंर, दुर्गा कवंर, कचन भाटी, कमलकिशोर साध, अलीमदीन, फिरोज भाटी, प्रदेश महिला महासचिव कमला बिश्नोई, मोहनी टाक, शहर महिला अध्यक्ष सुनिता गौड, हरिराम जनागल, मो, इकबाल, ओबीस प्रवक्ता एन.डी.कादरी, अकबर अली, लियाकत अली, पुनमचन्द तवंर, पूनमचन्द खीचड बज्जू, गोविन्द चौहान, शीला रानी, सुनीता, जनना, मुमलदेवी, केसर, मुमताजबानो, अमजी खोखर, सोनूराम आसुदानी, जगदीश शर्मा देशनोक, पूनमचन्द, मधाराम, मांगुसिंह भाटी, खेमचन्द पंचारिया, महादेव जवारीया, ओमप्रकाश पंचारिया, संजय कडवा, प्रेमप्रकाश बज्जू, श्रीकृष्ण गोदारा, पवनकुमार मेधवाल, अकरम अली, जाकिर हुसेन नागौरी, मगनमहाराज, शबीर अहमद, सुनिल सारस्वत, धनराज सोलाकी, हडमान सोनी, ओमसिंह, गणेशाराम नाई, पंकज सोलांकी, मनोज नाई, कमलकुमार नागल, श्यामकुमार तंवर, राधेश्याम, कशीराम, छोगाराम मेधवाल, फुसाराम जाट, रामेश्वरलाल डूडी, श्रवणकुमार, भाम्भू, जाकिरखान, रूपराम मेधवाल, आनन्दकुमार जोशी, रामचन्द्र, प्रभूराम गोदारा, गेनसिंह सांखला, मनोज पंचारिया, भवरलाल लखारा नोखा, पुखराज सुथार नोखा, जगदीश सैन नोखा, नेमीचन्द छीपा, जगदीश शर्मा एडवोकेट, अजीज अहमद, चम्पालाल बारूपाल, मुलाराम गोदारा, हरिराम ज्याणी बज्जू, ईमीलाल गोदारा बज्जू, लालूराम बज्जू, हरचन्दराम बज्जू, जगाराम बज्जू, जेठाराम सहू, रविन्द्र हटिला, मोहम्मद अली खिलजी, संदीप सोनी, एड, संदीप शेखावत, केशराराम, प्रहलाद गोदारा, आनन्दकुमार जोशी, महबूब अली, शिव पारिक, सहीराम मेधवाल, खाजूवला उपप्रधान याकुब, सतोष आसोपा नापासर, सुमित जोशी, प्रशान्त व्यास, विजय, बालूराम चौहान, गणेशाराम दावा, याकुब अली कलर, गजानन्द मेधवाल, इन्द्रचन्द राव, लालाराम, रामचन्द्र राव, महेश आचार्य, हरीप्रकाश सोलाकी, जयदयाल गोदारा, शिवकुमार स्वामी, मोहम्मद इकबाल, सत्यनारायण साध, श्रीराम डेलू, अनोप्रकाश, अनिल डेलू, रामेश्वर डेलू, हेतराम डेलू, मुनीराम ज्याणी, गुलाबचन्द पारीक, पूर्व सरपंच दीपाराम, आयुब सोढा, श्यामवीरसिंह राधव, शिशूपालसिंह, अनिल गहलोत, श्याम बीठनोक सहित सैकडो किसान व कार्यकर्ता मौजूद रहे।

(ओमप्रकाश सैन)
प्रवक्ता

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