रोगग्रस्त और दुर्घटनाग्रस्त पशुओं का आश्रय बनेंगी गौशालाएं

( जिला कलक्टर ने पृलीथिन की धरपकड़ के लिए प्रभावी अभियान चलाने को भी कहा )

bikaner samacharबीकानेर, 30 नवंबर 2017। रोगग्रस्त एवं दुर्घटनाग्रस्त पशुओं को इलाज के बाद गौशालाओं में भेजा जाएगा। इसके लिए गौशालाओं को पाबंद किया जाए। ऐसे निर्देश पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक में जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने दिए। जिला कलक्टर ने नगरीय क्षेत्र में पॉलीथिन धरपकड़ के लिए प्रभावी अभियान चलाए जाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि निगम द्वारा इसकी कार्ययोजना तैयार की जाए तथा पॉलीथिन का भंडारण एवं विक्रय करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए आइइसी प्लान भी तैयार किया जाए। जिला कलक्टर ने निगम क्षेत्र में कांजी हाउस बनाने के लिए स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए। समिति द्वारा रोगग्रस्त एवं दुर्घटनाग्रस्त पशुओं के इलाज के संबंध में चर्चा की गई। जिला कलक्टर ने पशुओं के लिए एम्बूलेंस के प्रस्ताव तैयार करते हुए राज्य सरकार को भिजवाने के निर्देश दिए।
गुप्ता ने कहा कि पशुक्रूरता से संबंधित किसी प्रकार का मामला सामने आने पर पुलिस एवं प्रशासन को अविलम्ब सूचित किया जाए। बैठक के दौरान सांडों के बधियाकरण के संबंध में चर्चा हुई। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अशोक विज ने पशु संजीवन योजना के बारे में बताया।
बैठक में उप वन संरक्षक डॉ. आशूसिंह, निगम उपायुक्त डॉ. राष्ट्रदीप यादव, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. त्रिभुवन शर्मा, समिति सदस्य रघुनाथसिंह शेखावत तथा बलदेव दास भादाणी आदि मौजूद थे।

– मोहन थानवी

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