सरकार की चौथी वर्षगांठ के प्रचार पर ब्रेक की आषंका

‘प्रसार’ ने किया असमय जारी किये गये स्थानान्तरण आदेष का विरोध
jaipur samacharजयपुर, 5 दिसम्बर। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अधिकारियों के संगठन प्रसार ने विभाग द्वारा सोमवार को जारी 22 अधिकारियों के अतार्किक एवं असामयिक स्थानान्तरण आदेष पर हैरानी और आक्रोष व्यक्त किया है। संगठन ने उक्त आदेष को जनसम्पर्क अधिकारियों के हितों के खिलाफ और राज्य सरकार की चौथी वर्ष गांठ पर आयोजित कार्यक्रमों के प्रसार-प्रसार में बाधक बताया है।
प्रसार की कार्यकारिणी के सदस्यों ने बताया कि उक्त आदेष के माध्यम से करीब एक दर्जन अधिकारियों को अनावष्यक रूप से परेषान किया गया है। अधिकारियों को स्थानान्तरित जगह पर कार्यभार ग्रहण करने के लिये समुचित समय नहीं दिया गया है। साथ ही स्थानान्तरण के लिये समय का चुनाव सही नहीं है। उन्होंने कहा कि क्योंकि इस समय राज्य सरकार के कार्यकाल के चार वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोहो की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। ऐसे में 22 जनसम्पर्क अधिकारियों को स्थानान्तरित करने से राज्य सरकार के जनसम्पर्क का कार्य बहुत अधिक प्रभावित होगा।
संगठन के पदाधिकारियों ने सदस्यों ने बताया कि उपरोक्त स्थानान्तरण आदेष की एक खामी यह भी है कि इसमें राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में प्रतिनियुक्ति अधिकारियों का पदस्थापन समाप्त कर उन्हें मूल विभाग में लाया गया है। ऐसा करने से राज्य सरकार का प्रचार-प्रसार बुरी तरह प्रभावित होता है।
प्रसार ने कहा कि जनसम्पर्क विभाग में कई वर्षों से नियुक्तियां नहीं होने से जनसम्पर्क अधिकारियों और सहायक स्टाफ की सख्त कमी है। इसके बावजूद नई भर्तियां नहीं की जा रही हैं। संगठन ने इस विषय में 14 नवम्बर को विभाग की निदेषक को ज्ञापन देकर भर्तियां करने तथा विभाग का विस्तार करने एवं समुचित संसाधन उपलब्ध करवाने की मांग की थी। इस पर अभी तक कोई अभ्यर्थना नहीं भेजी गई है और न ही कोई सकारात्मक कदम उठाया गया है।
संगठन के सदस्यों ने कहा कि जनसम्पर्क विभाग की विभिन्न शाखाओं और क्रियाकलापों को निजीकरण और आउटसोर्सिंग के अन्धे कुएं में धकेले जाने के प्रयासों से भी जनसम्पर्क अधिकारी आक्रोषित हैं।
प्रसार संगठन की मांग है कि तुरन्त उक्त स्थानान्तरण आदेष को राज्य सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के समापन तक स्थगित किया जाये। साथ ही जनसम्पर्क अधिकारियों की मांग और प्राथमिकता के आधार पर स्थानान्तरित करने के लिये विषेष स्थानान्तरण नीति बनाई जाये। संगठन पूर्व में दिये गये ज्ञापन के सभी बिन्दुओं पर भी तत्काल समुचित कार्यवाही कि मांग करता है। प्रसार के सदस्यों ने उनकी मांगें नहीं मानने पर संगठन के सदस्यों के साथ मिलकर सामूहिक निर्णय लेने की चेतावनी दी है।

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