हर फ्लैगशिप कार्यक्रम की जमीनी स्तर पर सही तरीके से समीक्षा हो

बीकानेर। यदि हर फ्लैगशिप कार्यक्रम की समीक्षा जमीनी स्तर पर यानिकी सेक्टर बैठक में होने लगे और प्रभारी चिकित्साधिकारी को समीक्षा की कला आती हो तो उपलब्धि में 20 से 25 प्रतिशत का उछाल एक दम से आ सकता है। ये कहना था अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा का, वे बुधवार को स्वास्थ्य भवन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की मासिक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इसके लिए खण्ड स्तर की बैठकों में गुणवत्तापूर्ण समीक्षा की आवश्यकता जताई। उन्होंने सभी पीएचसी-सीएचसी स्तरीय बैठकें हर माह की 21 तारीख को करवाने और उच्चाधिकारियों द्वारा उसकी मोनिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने हर माह निम्न उपलब्धि वालों को नोटिस देने, सुधार ना होने पर 17 सीसी की चार्जशीट देने की परम्परा डालने के निर्देश दिए। देवड़ा ने स्पष्ट किया कि वित्तीय वर्ष के अंतिम 2 माह रहे हैं इसलिए फ्लैगशिप कार्यक्रमों पर फोकस करने और लक्ष्यों के विरुद्ध उपलब्धि का मूल्यांकन किए बिना जिले को ऊपर नहीं लाया जा सकता। उन्होंने राजश्री योजना का लाभ 100 प्रतिशत बालिकाओं तक पहुँचाने के सख्त निर्देश दिए।
इससे पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने एजेण्डा वार सभी बिन्दुओं पर जिले की प्रगति रिपोर्ट सदन पटल पर रखी। उन्होंने यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज कार्यक्रम के तहत उपलब्ध बजट का समय रहते उपयोग करने और बीपी-सुगर जैसी गैर संचारी बीमारियों के लिए सर्वे समय रहते करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि वित्तीय प्रगति ना हुई तो केंद्र सरकार द्वारा अगले वर्ष बजट जारी नहीं होगा जिसके लिए प्रभारी स्वयं जिम्मेदार होगा। उन्होंने नसबंदी, प्रसव और टीकाकरण की उपलब्धियों का उचित सम्मिश्रण बनाते हुए इस साल भी विभिन्न स्तर के राज्य स्तरीय पुरस्कार को लक्ष्य बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कायाकल्प कार्यक्रम के तहत 11 संस्थानों को पुरस्कार मिलने पर प्रसन्नता जताई।
आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने प्रसव व टीकाकरण की लाइनलिस्टिंग शतप्रतिशत करवाने के निर्देश दिए। डिप्टी सीएमएचओ (प.क.) डॉ. राधेश्याम वर्मा ने पीपीआईयूसीडी में उपलब्धि बढाने के लिए अधिकाधिक स्टाफ को प्रशिक्षण दिलवाने के निर्देश दिए। निःशुल्क दवा योजना के नोडल अधिकारी डॉ. नवल गुप्ता ने बायोमेडिकल कचरा प्रबंधन के लिए पीले और लाल बीन व बैग के उचित उपयोग के निर्देश दिए। डीपीएम सुशील कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत निजी क्षेत्र के स्त्री रोग विशेषज्ञों द्वारा निःशुल्क सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। सभी बीसीएमओ भी अपने क्षेत्र में कार्यरत निजी विशेषज्ञों को जोड़ने का प्रयास करें और विशेषज्ञों के मुताबिक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित रखें। उन्होंने टेली मेडिसिन योजना में अधिकाधिक आमजन को लाभान्वित करने की बात रखी। जिला लेखा प्रबंधक राजेश सिंगोदिया द्वारा शेष रहे 2 माह में वित्तीय प्रगति बढ़ने के लिए विभिन्न मदों में खर्च की समीक्षा की।
बैठक में डिप्टी सीएमएचओ (स्वास्थ्य) डॉ. इंदिरा प्रभाकर, बीसीएमओ डॉ. अनिल वर्मा, डॉ. एच.एन. सिद्ध, डॉ. सुरेन्द्र चैधरी, डॉ. श्याम बजाज, डीएनओ मनीष गोस्वामी, आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य सहित सभी बीपीएम व चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।

एडीएम ने दिलाई कुष्ठ रोग उन्मूलन की शपथ
“स्पर्श” कुष्ठ जागरूकता पखवाड़े के तहत एडीएम शैलेन्द्र देवड़ा द्वारा सभी अधिकारी-कर्मचारियों को कुष्ठ रोग उन्मूलन में सहयोग करने और कुष्ठ रोगियों के साथ मानवीय व्यवहार की शपथ दिलाई उन्होंने सघन सर्वे कर कुष्ठ रोगियों की पहचान करवाने के निर्देश दिए।

दवाओं के अवांछनीय विपरीत प्रभाव को करें रिपोर्ट
डीटीओ डॉ. सी.एस. मोदी ने कभी-कभार किसी मरीज पर होने वाले दवाओं के अवांछनीय विपरीत प्रभाव यानिकी एडवर्स इफेक्ट की रिपोर्ट टोल फ्री न. 18001803024 पर सुनिश्चित देने के निर्देश दिए। आगामी 8 फरवरी को आयोज्य राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर भी यदि एल्बेन्डाजोल गोली से किसी बच्चे पर कोई एडवर्स इफेक्ट होता है तो उसकी भी रिपोर्ट उक्त न. पर हो।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

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