मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान से जल संरक्षण का हुआ अनुकरणीय कार्य

बीकानेर। मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान से जिले में जल संरक्षण का अनुकरणीय कार्य हुआ है, गांव जल आत्मनिर्भर बने हैं। जनप्रतिनिधियों, प्रशासन, आमजन व विभिन्न संगठनों के समन्वित प्रयासों व सहयोग से ही यह अभियान इतना सफल रहा है।
एमजेएसए के प्रथम चरण में जिले के 19 गांवों में 3 हजार 566 कार्य पूर्ण कर, इन पर 5150.46 लाख रूपये व्यय किए गए। द्वितीय चरण में 26 गांवों में 3 हजार 781 कार्य पूर्ण कर 4954 लाख रूपये व्यय किए गए हैं। तृृतीय चरण में 25 गांवों में जल संरक्षण से जुड़े कार्य होंगे, इसके तहत अब तक लगभग 5779.53 लाख रुपये की लागत के 4 हजार 712 कार्य चिन्हित किए गए हैं। जिले में प्रथम चरण में लगभग 69.36 लाख रूपए तथा द्वितीय चरण में 116.70 लाख रूपए का नकद एवं कार्य संपादन के रूप में जनसहयोग प्राप्त हुआ।
70 करोड़ लीटर वर्षा जल संग्रहण क्षमता विकसित- जिले में अब तक प्रथम चरण व द्वितीय चरण में 45 गांवों में जलसंरक्षण के कार्यों से लगभग 70 करोड़ लीटर वर्षा जल संग्रहण की क्षमता विकसित हुई है। तृतीय चरण में प्रस्तावित कार्यों से लगभग 30.30 करोड़ लीटर अतिरिक्त वर्षा जल भंडारण की क्षमता विकसित होगी, जो जिले के लिए अत्यंत लाभदायक रहेगी।
एक लाख 34 हजार से अधिक पौधे लगाए – अभियान के प्रथम एवं द्वितीय चरण में क्रमशः 71 हजार 667 एवं 62 हजार 595 सहित कुल 1 लाख 34 हजार 262 पौधे गांवों की सामुदायिक भूमि एवं लाभांवितों की निजी भूमि एवं आवास परिसर में लगाए गए। इनमें से लगभग 84 प्रतिशत पौधे जीवित हैं।
– pro bkn

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