शराबबंदी के लिए कलेक्टर के पास पहुंचे शराबबंदी टीम

मगरा क्षेत्र में शराबबंदी को लेकर अभियान जोरों शोरों से चल रहा है । पिछले दिनों मंडावर में पूर्ण शराबबंदी के बाद थानेठा में भौतिक सत्यापन में सफलता मिलने के साथ मगरा क्षेत्र में शराबबंदी चरम पर है । इसी दौरान पीपलीनगर शराबबंदी अभियान भी सबाब पर है। गांव-गांव , घर-घर तक शराबबंदी की चर्चा है । चाय की थड़ी हो या चौराहे सभी जगह शराब की चर्चा हो रही है । महिलाएं शराबबंदी के लिए एकजुट होती नजर आ रही है । वही युवा शराबबंदी के लिए काम कर रहे हैं । बुजुर्ग भी शराबबंदी की आस लगाए हुए गांव- गांव घर घर जाते हुए शराबबंदी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं।
शुक्रवार को पीपली नगर शराबबंदी के मुख्य सूत्रधार राजू सिंह सतगुरु, शराबबंदी के अध्यक्ष राजू सिंह छपरा, शराबबंदी के संयोजक नरेंद्र सिंह नयाकुआँ , पूर्व सर्कल अध्यक्ष खीम सिंह डीलर, प्रवक्ता राजू सिंह लोछनिया समेत एक दर्जन से अधिक युवा जिला कलेक्टर पीसी बेरवाल से मुलाकात करके शीघ्रता शीघ्र भौतिक सत्यापन की तिथि घोषित करने की मांग की है।

क्या है मामला

पीपली नगर में शराबबंदी को लेकर दो फरवरी को सरपंच प्यारी देवी, जिला परिषद सदस्य हीरा कंवर चौहान, पंसस मीना देवी के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को 1000 से अधिक महिला एवं पुरुषों ने जिला कलेक्ट्रेट पहुंचकर ज्ञापन दिया था। ज्ञातव्य है कि पीपली नगर ग्राम पंचायत में 3416 मतदाता है जिसमें से शराबबंदी हेतु 1730 मतदाताओं ने हस्ताक्षर करके जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा था। आबकारी अधिनियम के तहत शीघ्रता शीघ्र अंतिम मतदान कराने की मांग की थी। नियमानुसार ज्ञापन में किए गए हस्ताक्षर का भौतिक सत्यापन होना है। जिसकी अब तक तिथि नहीं मिली है । जिसको लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है।

इनका कहना

पीपली नगर के सभी युवा महिलाएं एवं बुजुर्ग एकजुट है और शराबबंदी के लिए ज्ञापन देने के बाद अब तक भौतिक सत्यापन नहीं हुआ है। ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है । शीघ्रता शीघ्र यदि भौतिक सत्यापन नही कराया गया तो आंदोलन किया जाएगा।

राजू सिंह छपरा
अध्यक्ष- शराबबन्दी अभियान

काछबली और मंडावर की तरह पीपली नगर को भी हमें शराब मुक्त कराना है । इस हेतु प्रशासन अनावश्यक देरी कर रहा है । सामाजिक बुराई को हटाना आवश्यक है।

हीरा कँवर चौहान
जिला परिषद सदस्य

error: Content is protected !!