नियमित टीकाकरण में 10वां टीका होगा शामिल

बच्चों में निमोनिया बचाव के लिए न्यूमोकोकल कोन्जूगेट वैक्सीन (पीसीवी) शामिल
(प्रथम चरण में प्रदेश के 9 जिलों में होगा प्रारंभ)

जयपुर, 6 अप्रैल। प्रदेश में संचालित राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में निमोनिया बचाव के लिए न्यूमोकोकल कोन्जूगेट वैक्सीन (पीसीवी) को शामिल किया जा रहा है। प्रथम चरण में यह पीसीवी वैक्सीन प्रदेश के जोधपुर व उदयपुर संभाग के 9 जिलों में प्रारंभ होगा। पीसीबी वैक्सीन से प्रतिरक्षित करके प्रारंभ में प्रतिवर्ष लगभग साढ़े तीन से चार हजार बच्चों को और शीघ्र ही 12 से 13 हजार बच्चों को निमोनिया रोग से बचाया जा सकेगा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती वीनू गुप्ता ने एनएचएम एवं यूनिसेफ के समन्वयन में शुक्रवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित मीडिया कार्यषाला में यह जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि बच्चों को पीसीवी की 2 प्राइमरी डोज एवं 1 बूस्टर डोज 6 सप्ताह, 14 सप्ताह और नवें माह में लगायी जायेंगी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा उपलब्ध करवाये यह वैक्सीन महंगे हैं एवं इसकी प्रत्येक डोज ढाई सौ से तीन सौ रुपये की होती है। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत् प्रत्येक बच्चे को यह वैक्सीन अन्य टीकों की तरह निःशुल्क लगायी जायेगी। उन्हांेने बताया कि न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया, दिमागी बुखार एवं अन्य बीमारियों से बचाव हेतु यह टीका पूरी तरह सुरक्षित व असरदार है।
शासन सचिव एवं मिषन निदेषक एनएचएम श्री नवीन जैन ने बताया कि प्रथम चरण निमोनिया प्रतिरक्षण की यह वैक्सीन बांसवाड़ा, बाड़मेर, डँूगरपुर, जालौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमन्द, सिरोही एवं उदयपुर जिलों में प्रारंभ की जा रही है एवं जल्दी ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी पीसीवी नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि विष्व में पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु के प्रमुख कारणों में निमोनिया भी एक है और वर्ष 2010 के आंकडों के अनुसार दुनियाभर में पांच साल से कम उम्र के बच्चों की निमोनिया संबंधित लगभग 20 प्रतिषत मृत्यु भारत में होती हैं। भारत में पांच वर्ष तक के बच्चों में 16 प्रतिषत गंभीर निमोनिया का कारण न्यूमोकोकल निमोनिया ही है। पांच साल से कम उम्र के बच्चों में निमोनिया के कारण होने वाली मृत्यु में से 30 प्रतिषत न्यूमोकोकल निमोनिया से होती है। न्यूमोकोकल कानजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) प्रदेष में इस बीमारी के बोझको कम करेगी। विश्व में 141 देषों ने पीसीवी को टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल कर लिया एवं भार में यह पीसीवी को विष्व स्वास्थ्य संगठन और राष्ट्रीय तकनीकी परामर्ष दाता समूह की अनुशंषा पर शामिल किया गया है। देश में पहले चरण में पीसीवी उत्तरप्रदेष, बिहार और हिमाचल प्रदेष राज्यों में और दूसरे चरण में राजस्थान और मध्यप्रदेष में पीसीवाी शामिल किया जा रहा है।
मीडिया कार्यशाला में निदेशक आरसीएच डॉ.एस.एम.मित्तल, परियोजना निदेशक टीकाकरण डॉ.एस.के.गर्ग, विश्व स्वास्थ्य संगठन की डॉ.आरती सिंह, यूनिसेफ की मिस सुरचित वर्धान, डॉ.अनिल अग्रवाल सहित ग्लोबल हैल्थ स्टेªटजीस, यूनीसेफ, यूएनडीपी, रोटेरी, इटसू के प्रतिनिधिगण व मीडिया संस्थानों के मीडियाकर्मी व संबंधित अधिकारीण मौजूद थे।

संदीप शर्मा
98294 37374

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