सिन्धी भाषा स्वर्ण जयंती वर्ष समापन समारोह सिन्धी भाषा दिवस संगोष्ठी

जयपुर, 10 अप्रेल (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी एवं भारतीय सिन्धु सभा जयपुर महानगर के संयुक्त तत्वावधान में 10 अप्रेल, 2018 को चैम्बर ऑफ कॉमर्स में सिन्धी भाषा स्वर्ण जयंती वर्ष समापन समारोह एवं सिन्धी भाषा दिवस संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान झूलेलाल जी की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्ज्वल एवं गीत प्रस्तुत कर किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जस्टिस इन्द्रसेन ईसरानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि मातृभाषा अभिव्यक्ति का सबसे सशक्त माध्यम है। हम अपनी मातृभाषा में अपनी बात आसानी से रख सकते हैं। हमें अपनी मातृभाषा सिन्धी पर गर्व होना चाहिये। उन्होंने अकादमी अध्यक्ष हरीश राजानी के प्रयासों की सराहना करते हुये कहा कि उन्होंने अल्प समय में सिन्धी संगठनों के सहयोग से राज्यभर में सिन्धी भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के विकास के लिये अच्छा कार्य किया है। उन्होंने सिन्धी भाषा के विकास के लिये पूज्य सिन्धी पंचायतों एवं सिन्धी संस्थाओं से अकादमी का सहयोग करने की अपील की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये भारतीय सिन्धु सभा के मार्गदर्शक कैलाश चन्द ने अपने उद्बोधन में कहा कि आजादी के बाद सिन्धी भाषियों के जज्बे एवं सशक्त प्रयासों से ही सिन्धी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में जगह मिली है। हमें संयुक्त प्रयासों से सिन्धी भाषा का विकास करना होगा।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता वरिष्ठ साहित्यकार सुन्दर अगनानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सिन्धी भाषी भाग्यशाली हैं कि हमारी भाषा को संविधान में जल्दी मान्यता मिल गई, वरना देश में अभी भी कई ऐसी भाषायें हैं जिन्हें संविधान में मान्यता दिलाने के लिये प्रयास किये जा रहे हैं। भारतीय सिन्धु सभा के अध्यक्ष मोहनलाल वाधवानी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सिन्धी भाषा को संविधान में मान्यता मिलना समाज की एकता को प्रदर्शित करता है।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि अकादमी के पूर्व अध्यक्षों सर्वश्री भगवान अटलानी, चन्दीराम राघानी एवं नरेश चंदनानी ने भी अपने विचार व्यक्त किये एवं सिन्धी भाषा के विकास के कई सुझाव रखे। इससे पूर्व अकादमी सचिव ईश्वर मोरवानी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि सिन्धी भाषा को 10 अप्रेल, 1967 को भारतीय संविधान में मान्यता मिलने के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में अकादमी द्वारा सिन्धी भाषा स्वर्ण जयंती वर्ष के रूप में मनाया गया एवं वर्ष के दौरान कई कार्यक्रमों को आयोजन किया गया। इसी कड़ी में सिन्धी भाषा स्वर्ण जयंती वर्ष समापन समारोह एवं सिन्धी भाषा दिवस संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार लक्ष्मण भंभानी ने मंच संचालन किया। भारतीय सिन्धु सभा जयपुर महानगर के अध्यक्ष डा0कैलाश शिवलाणी ने सभी आगुन्तकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में सिन्धी समाज के गणमान्य नागरिक, बुद्धिजीवी, पत्रकार, साहित्यकार एवं कलाकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

(ईश्वर लाल मोरवानी)
सचिव

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