थानवी आजीवन एक विद्यार्थी की तहर निरंतर अध्ययनशील रहे : डॉ. मोहता

वरिष्ठ शिक्षाविद एवं चिंतक शिवरतन थानवी को श्रद्धांजलि
बीकानेर। प्रख्यात शिक्षाविद एवं चिंतक शिवरतन थानवी के असामयिक निधन पर बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति एवं जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर परिवार की ओर से प्रौढ़ शिक्षा भवन सभागार में शिवरतन थानवी को भाव-भींनी श्रद्धांजलि अर्पिल की गई। इस अवसर पर उपस्थित महानुभावों द्वारा स्व.थानवी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व को स्मृत और नमन करते हुए दो-मिनट का सामूहिक मौन रखा गया। इस क्रम में बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति के अध्यक्ष डॉ. श्रीलाल मोहता ने स्व. थानवी के साथ बिताए गए पलों और अनुभवों को सांझा करते हुए कहा कि स्व.थानवी आजीवन एक विद्यार्थी की तहर निरंतर अध्ययनशील बने रहे। उनका पूरा जीवन हमारे लिए पढऩे की आदतों के विकास का प्रेरणादायी उदाहरण था। अध्ययन एवं चिंतन की दृष्टि से स्व.श्री अनिल बोर्दिया के किसी न किसी महत्वूपर्ण विषय पर उनका स्वस्थ-संवाद होता ही रहता था। स्व.श्रीथानवी का असामयिक निधन देश के सम्पूर्ण शिक्षा जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। यदि हम अपने जीवन में निरंतर पढऩे की आदतों का विकास करें यही स्व.थानवी को सच्चे अर्थों में श्रद्धांजलि होगी। जन शिक्षण संस्थान के उपाध्यक्ष अविनाश भार्गव ने कहा कि पुस्तकालयों में विशेष रूचि रखने वाले स्व.थानवी का बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति के पुस्तकालय संवद्र्धन में भी बहुत योगदान रहा। उनसे जब भी मिलना होता तब वे समिति के पुस्तकालय संवद्र्धन एवं इसके यथार्थ उपयोग की बात जरूर करते। शिक्षा विभाग, बीकानेर की मासिक शैक्षिक पत्रिका शिविरा के संपादक मुकेश व्यास ने कहा कि शिविरा पत्रिका के इतने लंबे और गौरवशाली सफर की में स्व.श्रीथानवी का योगदान नींव के उस पत्थर की तरह है जिसके आधार पर ही पूरे राज्य भर में शिविरा पत्रिका आज भी सफलता की राह पर अग्रसर है और पाठकों का प्रेम इस पत्रिका को निरंतर मिल रहा है। मेरा सौभाग्य है मुझे शिविरा पत्रिका के संपादन कार्य के रूप में स्व.श्रीथानवी का आशीर्वाद निरंतर प्राप्त होता रहा। बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति के संयुक्त सचिव डॉ.केदार शर्मा ने कहा कि स्व.श्रीथानवी द्वारा मृत्युपरांत अपनी देह-दान करने का निर्णय समाज के लिए आदर्श की बात है।
जन शिक्षण संस्थान के निदेशक रामलाल सोनी ने कहा कि लोक जुम्बिश परियोजना के दौरान गांव-गांव में पढऩे की आदतो के विकास के लिए स्व.श्रीथानवी पूरे उत्साह के साथ निरंतर प्रयत्नशील रहे।
इस अवसर पर डॉ. सउद अखतर, जिला शिक्षा अधिकारी, अल्पभाषा ने भी स्व.थानवी प्रति आदरसिक्त श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा में संस्थान के कार्यक्रम अधिकारी आनंद पुरोहित, लक्ष्मीनारायण चूरा, महेश उपाध्याय, उमाशंकर आचार्य, ओमप्रकाश सुथार, राजकुमार शर्मा, श्रीमोहन आचार्य, विष्णुदत्त मारू आदि की कार्यकर्ताओं की सहभागिता रही।

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