जिला अस्पताल में हाइपोथाइरोइडिज्म की भी होगी जांच

बुधवार को चलेगा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान
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बीकानेर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत माह की 9 तारीख बुधवार प्रातः 9 से 3 बजे तक जिला अस्पताल, सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर गर्भवतियों की प्रसव पूर्व जांचें की जाएंगी। गर्भवती के लिए वजन, ऊंचाई, पेट की जांच, खून की जांच, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, शुगर, एचआईवी, सिफलिस, ह्रदय स्पंदन, पेशाब की जांच, सोनोग्राफी इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियांे की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध रहेंगी। निजी चिकित्सकों द्वारा अभियान के अंतर्गत आयोजित कैम्पों में स्वैच्छिक सेवाएं प्रदान की जाएँगी। खास बात ये कि अभियान के तहत इस बार से जिला अस्पताल में गर्भवतियों के हाइपोथाइरोइडिज्म की जांच की विशेष व्यवस्था भी रहेगी। मिशन निदेशक एनएचएम नवीन जैन द्वारा इस आशय के आदेश जारी कर समस्त प्रमुख चिकित्सा अधिकारियों को गर्भवतियों के हाइपोथाइरोइडिज्म की ज्3ध्ज्4ध्ज्ैभ् जांच व उपचार बाबत व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।

जांच के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से रेफर भी होंगी गर्भवतियाँ
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला में अनेक प्रकार की जटिलताएं उत्पन्न होने की संभावना रहती है। इन जटिलताओं में हाइपोथायरायडिज्म एक प्रमुख कारण है जिससे ग्रसित गर्भवती महिला तथा गर्भस्थ शिशु में अनेक प्रकार के दुष्परिणाम का खतरा बना रहता है। इसी संदर्भ में जिला अस्पताल पर गर्भवती महिला हेतु हाइपोथायरायडिज्म की जांच एवं उपचार सुविधा शत-प्रतिशत निशुल्क उपलब्ध है। समस्त शहरी-ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सा अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है वे प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान तथा सुरक्षित मातृत्व दिवस के दिन गर्भवती महिला में हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण पाए जाने पर जिला अस्पताल रेफर करें एवं जांच-उपचार करवाते हुए फॉलोअप आवश्यक रूप से करें। डीपीएम सुशील कुमार ने बताया कि जिला अस्पताल स्तर पर दी गई हाइपोथायरायडिज्म निदान व उपचार की सेवाओं का इन्द्राज पीसीटीएस सॉफ्टवेयर में नियमित रूप से किया जाएगा और लाभार्थियों की लाइनलिस्टिंग भी मासिक तौर पर की जाएगी।

दवाओं का है पर्याप्त स्टॉक
जिला औषधि भंडार के प्रभारी डॉ. नवल किशोर गुप्ता ने बताया कि हाइपोथाइरोइडिज्म के उपचार के लिए जिले को पर्याप्त मात्रा में लिवोथायरोक्सिन टेबलेट की आपूर्ति हो चुकी है और इंडेंट अनुसार चिकित्सालयों को भिजवाई गई है। भारत सरकार की नवीन गाइडलाइन अनुसार गर्भवतियों के उपचार में इनका उपयोग किया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

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