पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप, पत्नी और घर लाए दूसरी पत्नी के पति ने कराया प्रकरण दर्ज ,खाकी जुटी जांच में….
उदयपुर|
बेकरिया थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल का पुत्र धीरज शादीशुदा होने के बावजूद अपनी पत्नी को छोड़ कर के दूसरे की औरत को अपने घर ले आया पीड़ित ने आरोप लगाते हुए बताया कि इस पूरे मामले में पुरुषोत्तम लाल का पूरा सहयोग और समर्थन है | पहली पत्नी चंदा और दूसरी औरत जिसके पति राजमल को जान से मारने की धमकी देने के साथ ही बिना तलाक शादी कर असंगेय अपराध किया | जिसके तहत राजमल ने धीरज पिता पुरुषोत्तम लाल , पुरुषोत्तम लाल पिता कमलाशंकर , सुंदरबाई पत्नी पुरुषोत्तम लाल निवासी विजयपुरा पुलिस थाना वल्लभनगर तथा काली पत्नी सोनू, पतासी बाई पत्नी ओंकार लाल मेहता निवासी बाठेडा खुर्द पुलिस थाना खेरोदा के खिलाफ हम सलाह होकर षड्यंत्र रचने पत्नी को भगा ले जाने , एक विवाह को छुपाकर दूसरा विवाह करने, पहली पत्नी या पति के जीवित होते बिना तलाक के दूसरा विवाह करने, आरोपी पुरुषोत्तम लाल के पुलिस में होने से पद का दुरुपयोग करते हुए हाथ पैर तोड़ने एवं जान से मारने की धमकी देने जैसे संगीन आरोप लगाते हुए खेरोदा थाना में रिपोर्ट देकर प्रकरण दर्ज कानूनी कार्रवाई की मांग की है , पुलिस सूत्रों के अनुसार प्रकरण दर्ज कर जांच रामचंद्र SI को सौंपी गई है | उल्लेखनीय है कि 30 अप्रैल को हेड कांस्टेबल पुरुषोत्तम लाल मेनारिया का लड़का धीरज राजमल की पत्नी को बाठेडा खुर्द से लेकर चला गया और स्वयं की पत्नी चंदा को बेटी पैदा करने पर पुत्र चाह में छोड़ दिया, जब इस बात का पता चला तो चंदा और राजमल दोनों खेरोदा थाने में पहुंचे और प्रार्थना पत्र देकर धीरज, पुरुषोत्तम लाल सुंदर बाई , पतासी बाई, काली बाई के खिलाफ गर्भ के दौरान लिंग जांच करवाने के दबाव बनाने, पुत्र पैदा करने का दबाव बनाने, दहेज प्रताड़ना और घरेलू हिंसा जैसे संगीन आरोप लगाते हुए उचित कार्रवाई करने की गुहार की किंतु आरोपी पुरुषोत्तम लाल पुलिस में होने से पुलिस की मिलीभगत के कारण कोई कार्यवाही नहीं की और इससे भी बढ़कर हद तो तब हो गई जब FIR तक दर्ज नहीं की इसके बाद पीड़ित अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगे और चंदा और राजमल दोनों जयपुर सचिवालय पहुंचे जहां मुख्यमंत्री जनसुनवाई में भाग लिया तथा अपनी आपबीती सुनाई जिस पर जनसुनवाई अधिकारी ने तत्काल सही कार्रवाई के निर्देश दिए इसके इसके अलावा गृहमंत्री ,मुख्य सेक्रेटरी आदि से भी संपर्क कर अपनी आपबीती सुनाते हुए प्रार्थना पत्र दिया सरकार और उच्च अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए सरकार और उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद स्थानीय पुलिस कर्मियों की नींद तो खुली और रिपोर्ट भी दर्ज की किंतु रिपोर्ट में परिवर्तन करवा दिया साथ ही उचित धाराओं का उपयोग नहीं करते हुए मात्र औपचारिकता पूरी करने के लिए हल्की धारा का उपयोग किया जबकि अन्य गंभीर धाराएं भी बन रही थी इस बात का भी जिक्र करते हुए पुलिस अधीक्षक एवं मुख्यमंत्री को प्रार्थना पत्र लिखकर पीड़ित ने भेजा है जबकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता चंदा की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज कर ली गई है उल्लेखनीय है कि मुलजी मानो के खिलाफ असंगेय अपराध होना पाया इसकी पुष्टि भी पुलिस के उच्च अधिकारियों से प्राप्त जानकारी से हुई है