सिंधु संस्कृति और परंपराओं का वाहक है बच्चे

बच्चों ने नाटकीय संगीत प्रस्तुति “सिंधी आहे बेस्ट”. .. देकर तालियां बटोरी
सिंधु संस्कृति और परंपराओं का वाहक है बच्चे

बीकानेर 1 जून 2018। अमरलाल मंदिर रथखाना में भारतीय सिंधु सभा महानगर और समाज के सहयोग से चल रहे निशुल्क बाल सिंधी संस्कार शिविर का समापन शुक्रवार को भाजपा युवा नेता युधिष्ठिर सिंह भाटी के आतिथ्य में हुआ । भाटी ने कहा कि सिंधु संस्कृति और परंपराएं आने वाले समय की पीढ़ी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । इन्हें बच्चों तक पहुंचाना हम सबका दायित्व है । महानगर की महिला अध्यक्ष पदमा टिलयानी ने कहा कि बच्चे ही सिंधु सभ्यता संस्कृति और परंपराओं के वाहक हैं । सुजागु सिंधी के संपादक देवी चंद खत्री ने सिंधी बोली भाषा साहित्य और परंपराओं की अहमियत बताई। संभाग अध्यक्ष श्याम आहूजा ने अतिथियों को बताया कि बीकानेर में बच्चों को अपनी मातृभाषा के प्रति जागरूक बनाने के लिए विभिन्न आयोजन किए जाते हैं। मंदिर अध्यक्ष हीरालाल रीझवानी व अनिल तुलसियानी ने अतिथि भाटी को सिंधी परंपरा के अनुसार पखर पहनाकर सम्मानित किया। इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर समापन समारोह का शुभारंभ किया। बच्चों ने प्रायोगिक नाटकीय संगीत प्रस्तुति “सिंधी आहे बेस्ट”,… देकर तालियां बटोरी। इसके अलावा शिविर में सीखे सिंधी संवादों, गीतों की कविता कहानियों की प्रस्तुति दी। सिंधु सभा महानगर अध्यक्ष किशन सदारंगानी ने बताया कि बच्चों का सम्मान उन्हें प्रमाण पत्र प्रशस्ति पत्र प्रतीक चिन्ह और शिक्षण सामग्री भेंट कर किया गया इस अवसर पर अनिल तुलसियानी ने प्रतिभागी सभी 40 बच्चों को गिफ्ट हैंपर प्रदान कर पुरस्कृत किया। सिंधु सभा की तरफ से शिक्षिका माया रीझवानी, राजकुमारी दयालानी, शिक्षक सुरेश केशवानी का सम्मान शाल श्रीफल प्रतीक चिन्ह और स्मृति चिन्ह प्रदान कर किया गया। पवन पुरी में रविवार को शिविर का समापन किया जाएगा।
आगामी शिविर मुक्ताप्रसाद कॉलोनी, धोबीतलाई एवं श्रीडूंगरगढ़ में लगाए जाएंग।
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– मोहन थानवी
भाषा साहित्य मंत्री महानगर

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