मानसिक रोग संबंधी भ्रांतियां दूर करना जरूरी

बीकानेर 11.07.18। मानसिक स्वास्थ्य एंव नशामुक्ति विभाग द्वारा 11.07.2018 को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अर्न्तगत जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रथम शिविर का शुभारम्भ वृन्दावन एन्क्लेव स्थित अपना घर वृद्ध आश्रम में किया गया। शिविर की विधिवत शुरूआत मानसिक स्वास्थ्य एवं नशामुक्ति विभागाध्यक्ष एंव वरिष्ठ आचार्य डॉ. के. के वर्मा, उप मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. इन्दिरा प्रभाकर, सह आचार्य डॉ. हरफूल सिंह विश्नोई, डॉ. गोपाल गोयल तथा क्लिनिकल साइकोलाजिस्ट डॉ. अन्जु ठकराल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
डॉ. के. के वर्मा ने बताया की राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की शूरूआत 1982 में की गयी थी तथा इसके उद्धेश्यों को वृहद स्तर पर पुरा करने के लिए 1996 में इसी के अर्न्तगत जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की शुरूआत की गई। इस कार्यक्रम के मुख्य उद्धेश्यों के बारे मे डॉ. के. के वर्मा ने बताया की मानसिक रोग संबंधित सेवाओं का विकेन्द्रीकरण करना, आमजन तक इन सेवाओं को प्रभावी रूप से पहुंचाना, नये विशेषज्ञों को तैयार करना, चिकित्सा अधिकारीयों तथा अन्य मेडिकल स्टॉफ को मानसिक स्वास्थ्य संबंधि सेवाओं के क्षेत्र में प्रशिक्षित करना आदि प्रमुख है।
आमजन को संबोधित करते हुए डॉ. इन्दिरा प्रभाकर ने बताया की चिकित्सा विभाग पूर्ण कटिबद्धता के साथ इस कार्यक्रम के उद्धेश्यों को पूर्ण करता रहा है तथा भविष्य में भी उन्होने इसी प्रकार कार्य करने की प्रतिबद्धता जाहिर की, साथ ही वृद्धजनों व आमजन से निवेदन किया कि अगर उनमें या उनके आस-पास किसी में भी मानसिक स्वास्थ्य से जुडी किसी भी प्रकार की आसामान्यता दिखे तो वे खुलकर विशेषज्ञों से परामर्श लें।
जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. हरफूल सिंह विश्नोई ने बताया कि वर्तमान में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों का बढता स्तर समाज तथा हम सभी के लिए अत्यंत चिंता का विषय है ऐसे परिवेश में जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की प्रासंगिकता जमीनी स्तर पर और ज्यादा बढ जाती है।
सह आचार्य डॉ. श्री गोपाल गोयल ने बताया कि इस कार्यक्रम के अर्न्तगत समाज को मानसिक रोगों से संबंधित भ्रान्तियों से मुक्त करना, सामाजिक स्तर पर उपलब्ध स्त्रोतों का उपयोग कर मानसिक रोगों का इलाज करना तथा कार्यक्रम की गतिविधियों के क्रियान्वन में सामाजिक सहयोग को बडे स्तर पर बढाना है।
डॉ. अन्जु ठकराल ने मानसिक रोगों को छुपाने की बजाय ज्यादा से ज्यादा इनकी अभिव्यक्ति तथा सही तरीके से इलाज लेनेपर जोर दिया।
इस शिविर में 45 मनोरोगियो को लाभान्वित किया गया। इसी के अन्तर्गत 18 जुलाई 2018 को पी. एच. सी. काकडा तथा 25.07.2018 को पी. एच. सी. रासीसर पुरोहितान में आगामी शिविर का आयोजन किया जायेगा।

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