असंयमित खानपान एवं दिनचर्या देती है अनेक रोगों को जन्म-डाॅ. मेघवाल

बीकानेर, 6 अगस्त। ‘बचाओ बेटी बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत सोमवार को सिस्टर निवेदिता गल्र्स कॉलेज में श्री दिव्य आयु हैल्थ ट्रस्ट व महिला अधिकारिकता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में महिला स्वास्थ्य एवं स्वच्छ्ता जागरूकता अभियान के तहत सेमिनार एवं पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित हुआ।
भारत स्काउट एंड गाइड की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅ. विमला मेघवाल ने पौष्टिक आहार से उपचार विषय पर अपनी बात रखते हुए कहा कि सही खानपान से महिलाएं अपने स्वास्थ्य को बेहतर रख सकती हैं। आज के दौर में इस विषय पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। असंयमित दिनचर्या और खानपान अनेक रोगों को जन्म देता है।
महिला अधिकारिकता विभाग की सहायक निदेशक मेघा रतन ने ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ विषय पर बोलते हुए कहा कि सरकार बेेटियांे को बचाने और उनके समग्र विकास के लिए बहुत सी योजनाएं संचालित कर रही है। मुख्यमंत्री राजश्री योजना के तहत बेटी के जन्म से लेकर 12वीं की पढ़ाई तक सरकार द्वारा 50 हजार रुपये की राशि प्रदान की जाती है । उन्होंने श्री दिव्य आयु हैल्थ ट्रस्ट परिवार द्वारा चलाए जा रहे अभियान की सराहना की।
ट्रस्ट अध्यक्ष तथा नाड़ी वैद्य डॉ प्रीति गुप्ता ने कहा कि आज की बालिकाएं अत्यद्धिक मॉडर्न रहने का प्रयास करती है किन्तु जब प्रजनन अंग के स्वास्थ्य और स्वच्छ्ता की बात आती है तो लडकियां रूढ़िवादी तरीके से रहती हैं। छात्राओं द्वारा कई भ्रांतियां पाल रखी हैं और खुले तौर पर मासिक धर्म सम्बंधित साफ-सफाई जैसे विषय पर बात करने में झिझक व शर्म महसूस करती हैं।
उपाध्यक्ष शशि चुग ने कहा अगर महिला का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा तो परिवार, समाज एवं देश का सर्वांगीण विकास होगा। इस दौरान छात्राओं ने औषधीय गुणों वाले पौधे ट्री गार्ड सहित लगाए। छात्राओं व महिलाओं को माहवारी से संबंधित बीमारियों के निदान व माहवारी के दौरान स्वच्छ्ता के बारे में जानकारी दी गई। ट्रस्ट द्वारा छात्राओं एवं महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन्स व इंटिमेट वाइप्स निशुल्क वितरित किए गए।
कॉलेज संचालिका श्यामा पुरोहित, मगन लाल चांडक, डॉ मनमोहन व्यास, जगदीश कोठारी, रितु मित्तल ने भी अपने विचार रखे। सुनीता श्रीमाली, गायत्री, मनोज सोनी, मोहिनी, शैला गुप्ता, श्रेय कंवर, गोलू ने सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रम का संचालन रश्मि व्यास ने किया ।

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