15 निजी गायनेकोलोजिस्ट देंगे स्वैच्छिक योगदान

बीकानेर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में जिले के निजी गायनेकोलोजिस्ट दिल खोलकर निःशुल्क सेवाएं देने को तैयार हैं। जिन्हें भी आग्रह किया गया सभी साथ देना चाहते हैं और इसे अपना फर्ज मानते हुए किसी भी सरकारी अस्पताल जाकर गर्भवतियों की एएनसी जांचें करने को तत्पर हैं। बुधवार को सीएमएचओ डॉ. बी.एल. मीणा के नेतृत्व में डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ. योगेन्द्र तनेजा, डीपीएम सुशील कुमार व आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य द्वारा जिले के विभिन्न निजी अस्पतालों का भ्रमण कर वहां के स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञों को अभियान से जुड़ने का आग्रह किया गया। फलस्वरूप 6 और निजी गायनेकोलोजिस्ट्स अभियान से जुड़ गए। इसीके साथ जिले में निःशुल्क सेवाएं देने के लिए पंजीयन करवाने वाले निजी गायनेकोलोजिस्ट्स की संख्या बढ़कर 21 हो गई है जिनमे से गुरूवार को 15 विशेषज्ञों द्वारा पीएमएसएमए शिविरों में भागीदारी की जाएगी और गर्भवतियों को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण एएनसी सेवाए। उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन द्वारा जिले के सभी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से सम्बद्ध निजी अस्पतालों के गायनेकोलोजिस्ट्स को अभियान से जोड़ने के निर्देश दिए गए थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एल. मीणा ने बताया कि गर्भवतियों को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व सेवाएँ देने और हाई रिस्क गर्भवतियों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित संस्थागत प्रसव की ओर मोड़ने के उद्देश्य से प्रतिमाह की तरह गुरुवार 9 अगस्त को प्रातः 8 से 2 बजे तक सभी पीएचसी, यूपीएचसी (डिस्पेंसरी), सीएचसी व जिला अस्पताल में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जाएगा। अभियान की पूर्व तैयारियों के अंतर्गत सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर बैठकें आयोजित कर आने वाली संभावित गर्भवतियों की ड्यू लिस्ट पर चर्चा की गई। गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकों व स्त्रीरोग विशेषज्ञों की देखरेख में प्रसवपूर्व स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श की निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। गर्भवती के लिए पेट की जांच, खून की जांच, पेशाब की जांच, रक्तचाप, शुगर, रक्तचाप, सोनोग्राफी, वजन की जांच, ऊंचाई, एचआईवी, सिफलिस इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियांे की निशुल्क सेवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी। प्रत्येक गर्भवती की जांच के लिए आशा व ए.एन.एम. घर-घर संपर्क कर उन्हें अस्पताल तक लाएंगी। जिला अस्पताल (सेटेलाईट) में पीएमओ डॉ. बी.एल.हटीला, डॉ. विजयलक्ष्मी व्यास व डॉ. सविता परमार की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।

15 निजी अस्पतालों की गायनेकोलोजिस्ट निभाएंगे अहम् भूमिका
डीपीएम सुशील कुमार ने बताया कि इस माह से जुड़ने वाली निजी गायनेकोलोजिस्ट्स में शामिल डॉ. संतोष सुथार सीएचसी देशनोक में, डॉ. निधि शर्मा पीएचसी जामसर में, डॉ. प्रज्ञा ओझा यूपीएचसी न. 4 विवेक विहार में, डॉ. चित्रा शर्मा यूपीएचसी न. 3 धनपतराय अस्पताल में, डॉ. खुशबू चैधरी फोर्ट डिस्पेंसरी में व डॉ. आरती काबरा पीएचसी नौरंगदेसर में निःशुल्क सेवाएं प्रादान करेंगी इसके अतिरिक्त प्रतिमाह की भांति डॉ. मघु आर्य सीएचसी नापासर में, डॉ. दीप्ति वहल सीएचसी गजनेर, डॉ. गीतिका जैन सीएचसी नोखा, डॉ वीणा श्रीवास्तव सर्वोदय बस्ती यूपीएचसी, डॉ. स्वाति बिन्नानी यूपीएचसी न. 5 (जिन्ना रोड़), डॉ. सूरत चलाना यूपीएचसी तिलकनगर, डॉ. जुगल किशोर छाबड़ा यूपीएचसी न. 6, डॉ. नीता कपूर यूपीएचसी न. 1 (अणचाबाई डिस्पेंसरी) व डॉ. रूपम कालरा रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र डिस्पेंसरी न 7 में अपनी सेवाएं देंगे।

निःशुल्क दवाओं व सोनोग्राफी की होगी विशेष उपलब्धता
जिन पीएचसी, यूपीएचसी व डिस्पेंसरियों में गायनेकोलोजिस्ट सेवाएं देंगे वहाँ उनकी आवश्यकतानुसार जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम व पीएमएसएमए के अंतर्गत प्राप्त विशेष स्वीकृति अनुसार विशेष रूप से दवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी तथा आवश्यक जांचों की भी व्यवस्था रहेगी। सोनोग्राफी के लिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों से रेफर होने वाली गर्भवतियों की निःशुल्क अल्ट्रासाउंड जांच की व्यवस्था सरीन लैब, एक्स रे गली में उपलब्ध रहेगी।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

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