युवाओं में होने वाली मानसिक बीमारियों के बारे में विस्तृत चर्चा

आज दिनांक 5 अक्टुबर 2018 को मानसिक रोग एंव नशामुक्ति विभाग द्वारा मानसिक स्वास्थ्य सप्ताह के दुसरे दिन युवाओं में होने वाली सामान्य मानसिक बीमारियों के बारे में एक विस्तृत चर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें आमजन, मरीजों तथा अनके परिजनों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. श्री गोपाल गोयल, सहायक आचार्य ने कहा की वर्तमान परिवेश में जिस प्रकार आधुनिकता का रंग हम सब पर चढ रहा है और कई बार हम बदलाव की अंधी दौड में शामिल हो जाते है विशेषकर युवा वर्ग जब इस बदलाव के अनुरूप स्वंय को नही ढाल पाता, तो वह मानसिक तौर पर परेशान हो जाता है और वह अवसाद जैसी गम्भीर समस्याओं का शिकार हो जाता है। युवाओं में नशे की प्रवृति पर बोलते हुए डॉ. राकेश गढवाल, सह आचार्य ने कहा कि वर्तमान में युवाओं में नशे की प्रवृति लगातार बढ रही है अगर किसी युवा में कुछ ऐसे लक्षण जैसे अलग रहना, असामान्य व्यवहार करना, अपनी जिम्मेदारियों का सही से पालन ना करना आदि हो तो वह नशे का आदी हो सकता है। जिसे सही समय पर पहचान कर ठीक करना जरूरी है। डॉ. कन्हैयालाल कच्छावा, सीनियर रेजिडेन्ट ने बताया कि लगभग 80 प्रतिशत बीमारिया तनाव की वजह से होती है जब हम किसी बदलाव के अनुसार स्वंय को नही ढाल पाते तो वह बदलाव तनाव का रूप ले लेता है। अतः हमे प्रतिक्षण स्वंय को बदलाव के लिए तैयार रखना चाहिए। डॉ. सुरेश परिहार, सीनियर रेजिडेन्ट ने बताया कि व्यक्ति की सही मनोदशा के लिए अच्छी निन्द अत्यंत आवश्यक है अतः हमें नियमित दिनचर्या पर ध्यान देना चाहिए।

डॉ के. के. वर्मा,
वरिष्ठ आचार्य एवं विभागाध्यक्ष
मनोरोग एवं नशामुक्ति विभाग
स.प. आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं,
सम्बद्ध चिकित्सालय पी.बी.एम. बीकानेर

error: Content is protected !!