मदरसा टीचर ने की आत्महत्या

फ़िरोज़ खान
सीकर/लोसल/बारां 15 अक्टूबर । 20 सितम्बर को ज़िला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ओमप्रकाश दायमा ने मदरसे का निरक्षण किया निरीक्षण के दौरान मदरसे में वितरित दूध कुछ बच्चों ने नहीं पिया थोड़ी मात्रा में दूध बचा हुआ था । जिसको लेकर कल्याण अधिकारी ओमप्रकाश दायमा ने मदरसा प्रधानाध्यापक मृतक मोहम्मद साजिद कुरेशी पर गंभीर आरोप लगाए और उनसे सब्जियो के पक्के बिल भी मांगे सब्जी के पक्के बिल मृतक साजिद कुरेशी नहीं दे पाए साजिद कुरेशी ने बताया पूरे गांव में उन्हें सब्जियों के पक्के बिल कहीं नहीं मिलते हैं । ठेले वाले सब्जी वाले कोई भी पक्के बिल नहीं रखते हैं इसलिए उनके पास पक्के बिल नहीं है लेकिन जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ओमप्रकाश दायमा उनकी बात का विश्वास नहीं किया उन पर गंभीर आरोप लगाते गए उन पर गबन घोटाले का बड़ा आरोप लगाया उन्हें धमकाया जिसकी वजह से मृतक मोहम्मद साजिद कुरेशी लगातार अवसाद में था और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ओमप्रकाश दायमा यहीं तक नहीं रुके लगातार मृतक मोहम्मद साजिद कुरेशी को धमकाते रहे और उनको फंसाने की धमकी देते रहे बाद में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ओमप्रकाश दायमा ने इस पूरे मामले को रफा-दफा करने के लिए मृतक साजिद से एक मोटी रकम मांगी साजिद कल्याण अधिकारी की यह मांग पूरी नहीं कर पा रहे थे लेकिन कल्याण अधिकारी की तरफ से लगातार मृतक साजिद को परेशान किया जा रहा था और उनसे एक मोटी रकम वसूलने की लगातार कोशिश की जा रही थी।इन सब हालातो से परेशान और अवसाद में मृतक साजिद ने आज दिनांक 15 अक्टूबर को सुबह मदरसे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी ।*
*हम मांग करते हैं कि इस घटना की पूरी जिम्मेदारी जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ओमप्रकाश दायमा सीकर की है उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाये और मृतक के परिवार को 25 लाख रूपये सरकारी नोकरी दी जाये। और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही हो पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो ।

*इस मामले में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी जिम्मेदार है लेकिन सरकार भी कम जिम्मेदार नहीं है सरकार लगातार संविदाकर्मियों का शोषण करती चली आ रही है जिसकी वजह से पूर्व में भी 13-14 संविधाकर्मी अकाल मौत का शिकार हो चुके है।

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