मोदी पर कायम है भारत का विश्वास

मोदी पर कायम है भारत का विश्वास, लोग उन्हें ईमानदार, मजबतू और सोच समझ कर फैसला लेने वाले नेता मानते हैंः डेलीहंट सर्वे
· डेलीहंट, नील्सन इंडिया ने मिल कर भारत का सबसे बडा राजनीतिक डिजिटल सर्वे करवायाः ट्रस्ट ऑफ दि नेशन, जिसमें 50 लाख से अधिक लोगों ने अपना मत रखा
· सर्वेक्षण से पता चलता कक भारत के 50 प्रतिशत से अधिक लोगों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही बेहतर भविष्य प्रदान करेंगे

नवंबर, 2018, नई दिल्ली। समाचार और स्थानीय भाषाओं में कंट्रेट मुहैया कराने वाले भारत के नंबर 1 एप्लीकेशन, डेलीहंट ने आज अपने प्रतिष्ठित सवे “ट्रस्ट ऑफ द नेशन“ के परिणामों की घोषणा की। यह राजनीतिक सर्वेक्षण डेलीहंट और नील्सन इंडिया के साझा प्रयासों के साथ करवाया गया है। इस सर्वेक्षण का सबसे अच्छा वर्णन भारत के सबसे बडे और सबसे निर्णायक एवं स्वतंत्र रूप से करवाये गये राजनीतिक डिजिटल सर्वेक्षण के रूप में किया गया है, जिसमें भारत और विदेशों से 54 लाख से अधिक उत्तरदाताओं ने भाग लिया।

इस अनूठे सर्वेक्षण में देश की चारों दिशाओं में- एक छोर से दूसरे छोर तक के लोगों ने भाग

लिया, जिनमें असली भारत के मतदाता शामिल हैं। यानी कि वो मतदाता जो भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में रहते हैं। इनके अलावा महत्वपूर्ण मेट्रो शहरों से लोग शामिल हुए और वे भी सकिय रूप से शामिल हुए जिन्होंने भारत में वोट देने के लिये पहली बार पंजीकरण करवाया है।

पोल की कार्य प्रणालीः

· डेलीहंट और नील्सन इंडिया ने संयक्ुत रूप से सर्वेक्षण को तैयार किया, जिसे डेलीहंट के प्लेटफार्मों पर होस्ट किया गया और अंग्रेजी, हिन्दी, तेलुगु, कन्नड, बांग्ला, गुजराती, मराठी, तमिल, मलयालम और ओडिया जैसी 10 भाषाओं में कियान्वित ककया गया।

· डेलीहंट ने डेटा एकत्र किया और नील्सन के एपीआई के माध्यम से इसे नील्सन को मुहैया कराया

· नील्सन इंडिया ने अतंरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत उन मानदंडों और मानकों के आधार पर आंकडों को एकत्रत किया, जो ऐसे सर्वेक्षणों पर लागू होते हैं

· उत्तरदाता विभिन्न आयु समूहों (18-24, 25-34 और 35$ वर्ष) और लिंग के थे

· “ट्रस्ट ऑफ दद नेशन“ ने उत्तरदाताओं से 10 वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर देने का अनुरोध किया

· मुख्य अंश। डेलहंट ट्रस्ट ऑफ दि नेशन सर्वे

· 63 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने 2014 (जब वह सत्ता में आए) की तुलना में नरेंद्र मोदी पर अधिक अथवा समान स्तर का विश्वास व्यक्त किया, और पिछले चार वर्षों से उनकी नेतत्ृव क्षमताओं पर संतुष्टि व्यक्त की।

· 50 प्रतिशत से अधिक उत्तरदाताओं का मानना है कि नरेंद्र मोदी का दूसरा कार्यकाल उन्हें बेहतर भविष्य प्रदान करेगा।

· फोन के प्रयोग को आय के स्तर के संकेतक के रूप मानें तो, 90 प्रतिशत उत्तरदाता छोटे और मध्यम श्रेणी के फोन के उपयोगकर्ता हैं, और नरेंद्र मोदी के समर्थक के रूप में सामने आए। जबकि हाई-एंड फोन के उपयोगकर्ता इसके विपरीत दिखे।

· उत्तर, दक्षिण, पश्चिम और पूर्वी भारत में ’विश्वास’ और ’भरोसा’ कारकों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया गया, जिनमें निम्नलिखित दिलचस्प बातें सामने आयींः

i. मैक्रो स्तर पर, कर्नाटक को छोडकर बाकी के सभी दक्षिणी राज्य मोदी के नेतृत्व के बारे में अधिक सतर्क प्रतीत हुए।

ii. एक तरफ ओडिशा में संभावित मतदाताओं ने नरेंद्र मोदी का उच्च विश्वास और आस्था के साथ समर्थन किया। वहीं दूसरी ओर, तमिलनाडु के मतदाता दोनों मामलों पर सबसे ज्यादा संशय में दिखे।

· जब 5 राज्यों की बात आयी, जहां चुनाव जारी हैं,

iii. छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान सभी वर्तमान में मोदी पर विश्वास बनाये हुए हैं।

iv. तेलंगाना एक मात्र राज्य है जो इस प्रवृत्ति से अलग है

· भ्रष्टाचार को जड से उखाड फेंकने के सवाल पर 60 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने सबसे ज्यादा नरेंद्र मोदी पर भरोसा किया है। दिलचस्प बात यह है कि इस श्रेणी में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना में प्राथमिकता मिली।

· 62 प्रतिशत उत्तरदाताओं को भरोसा है कि राष्ट्रीय संकट के दौरान राष्ट्र का नेतृत्व करने के लिए नरेंद्र मोदी सर्वश्रेष्ठ हैं, इसके बाद राहुल गांधी (17 प्रतिशत), अरविंद केजरीवाल, (8 प्रतिशत), अखिलेश यादव, (3 प्रतिशत) और मायावती, (2 प्रतिशत) क्रमशः हैं।

भारत के सबसे बडे और निर्णायक राजनीतिक डिजिटल सर्वे पर दिल्ली में आयोजित भारत बियॉन्ड इंडिया प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोलते हुए, डेलीहंट के प्रेसीडेंट श्री उमंग बेदी ने कहा, “वास्तव में ‘ट्रस्ट ऑफ दि नेशन’ हमारे उस उद्देश्य को प्रस्तुत करता है, जो असली ‘भारत’ के लोगों को अपने ववचारों को बडे पैमाने पर साझा करने के ललए एक उपयुक्त मंच तैयार करने का है। हम सामाजिक परिवेश, स्थान, राज्य और भाषा जैसे जनसांख्यिकीय पैमानों के साथ समद्ृध, गहरे और सार्थक तथ्यों को प्राप्त करने में कामयाब हुए हैं, जो वर्तमान भारतीय भावनाओं से जुडी बहुत सहज बातों को प्रदर्शित करते हैं। ’ट्रास्ट ऑफ दि नेशन’ का विचार डेलीहंट के उस मिशन के साथ पूरी तरह से समाहित है, जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं में प्लेटफॉर्म के रूप में एक अरब भारतीयों को ऐसा कंटेंट मुहैया कराना है, जो उन्हें जानकारी देने के साथ-साथ शिक्षित करे और उनका मनोरंजन करे। साथ ही वे ऐसे कंटेंट का उपभोग करने के साथ-साथ साझा करने में भी सक्षम हों। इस वृहद स्तर के सर्वेक्षण में सहयोग करने के लिये हम अपने वैज्ञानिक सहयोगी नील्सन इंडिया का आभार व्यक्त करते हैं।”

“नील्सन एक वैश्विक माप और डेटा विश्लेषक कंपनी है, जो दुनिया भर में उपभोक्ताओं और बाजारों के पूर्ण और भरोसेमंद दृश्य को प्रदान करती है। हमें इस सर्वेक्षण का हिस्सा बनने में प्रसन्नता हो रही है, जहां हमने तनठ कषण तक पहुंचने के ललये सवेको तैयार करने व डेलीहंट से प्राप्त आंकडों के अध्ययन में अपनी स्वर्ण मानक वैज्ञानिक पद्धति का उपयोग किया,” प्रसून बसु, नील्सन-दक्षिण एशिया के अध्यक्ष ने कहा।

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