राज्य में मार्च, 2013 तक टैक्सटाइल पॉलिसी-गहलोत

जयपुर। मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत ने यहां सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्रा में चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वस्त्रा एवं परिधान मेला ‘‘वस्त्रा-2012’’ का शुभारम्भ किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्राी के निर्देश पर उद्योग मंत्राी श्री राजेन्द्र पारीक ने घोषणा की कि राज्य सरकार द्वारा मार्च, 2013 तक टैक्सटाइल पॉलिसी घोषित कर दी जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि अब जयपुर में अन्तर्राष्ट्रीय वस्त्रा एवं परिधान मेला हर वर्ष लगेगा।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि ऐसे आयोजन से देश-प्रदेश की विश्व में पहचान बनती है और निर्यात को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने वस्त्रा एवं परिधान के लिए वर्ष 2012-13 के लिए 40 अरब अमरीकी डॉलर एक्सपोर्ट का लक्ष्य तय किया है। यह पिछले वर्षों की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है। भारत से वस्त्रा निर्यात यूरोपीय संघ एवं अमेरिका में होता है। वर्तमान में ये देश कमजोर आर्थिक स्थिति से जूझ रहे हैं। इससे हमारा निर्यात भी प्रभावित हो रहा है। ऐसी स्थिति में हम गैर परम्परागत नये बाजार जैसे रूस, मैक्सिको, अफ्रीका, आस्ट्रेलिया, एवं पश्चिम एशिया में बाजार तलाशें एवं निर्यात की नई संभावनाएं विकसित करें। उन्होंने कहा कि हाल ही इजराइल के साथ मुक्त व्यापार सन्धि (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) से निर्यात विशेष रूप से परिधान के निर्यात को बढ़ावा मिलने की प्रबल संभावना है।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि राजस्थान में टैक्सटाइल उत्पादन की बहुत संभावना है और करीब 3500 करोड़ रुपये के टैक्सटाइल का निर्यात हो रहा है। राज्य सरकार ने उद्योग एवं निवेश संवर्द्धन नीति बनाई है जिससे मूलभूत ढांचा विकसित होने के साथ सुविधाएं भी बढ़े। उन्होंने कहा कि राजस्थान में निवेश से टैक्सटाइल उद्योग पनपे इसका विशेष ध्यान रखा है। श्री गहलोत ने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से राज्य में 9 टैक्सटाइल पार्क स्वीकृत किये गये हैं और भीलवाड़ा में पावर लूम मेगा कलस्टर की बात शुरू हुई है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने जोधपुर में निफ्ट केन्द्र की शुरूआत की है।
श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने पाली-बाड़मेर तथा जोधपुर जिले में पावर लूम सेक्टर में निवेश के लिए एक पैकेज की घोषणा की है। पाली के पावर लूम क्षेत्रा के लिए रीको 270 एकड़ भूमि पर एक डेडीकेटेड औद्योगिक क्षेत्रा विकसित कर रहा है। भिवाड़ी के टपूकड़ा एक्सटेन्शन में अपैरल सिटी की स्थापना के लिए रीको ने 250 एकड़ भूमि आवंटित की है। इससे 35 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। दिल्ली-मुम्बई इंडस्ट्रीयल कोरिडोर का 39 प्रतिशत हिस्साराजस्थान से गुजरेगा और टपूकड़ा दिल्ली के पास है जहां एक बड़ा सैक्टर विकसित होगा।
उन्होंने इंटीग्रेटेड अपैरल एण्ड गारमेंट एसोसिएशन से आग्रह किया कि वे इस सैक्टर में प्राथमिकता से काम हाथ में लें।
मुख्यमंत्राी ने बताया कि राज्य सरकार ने करीब 12 वर्ष पहले पत्थर उद्योग की स्टोन मार्ट अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी लगाई जिसकी दुनिया भर में पहचान बन चुकी है। इसी तरह दो वर्ष पहले सिरेमिक एवं ग्लास उद्योग के लिए सेराग्लास अर्न्राष्ट्रीय प्रदर्शनी शुरू की गई। उन्होंने कहा कि हमारे वर्ष 2012-13 की बजट घोषणा के अन्तर्गत आज अन्तर्राष्ट्रीय वस्त्रा प्रदर्शनी का यह तीसरा महत्वपूर्ण आयोजन है। इस मेले में राजस्थान, गुजरात, हरियाणा एवं केरल राज्य के अलावा भारत सरकार के पैवेलियन लगाये गये हैं, जिसमें देश-विदेश के 350 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मेले से औद्योगिक विकास को गति मिलने के साथ विश्व में हमारे देश एवं प्रदेश की पहचान बनेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्राी ने वस्त्रा-2012 की डायरेक्ट्री का विमोचन भी किया।
उद्योग मंत्राी श्री राजेन्द्र पारीक ने कहा कि हमारे देश की युवा शक्ति को सही रूप में प्रशिक्षित करना होगा ताकि ‘‘स्किल्ड मैनपॉवर’’ की कमी पूरी की जा सके। उन्होंने कहा कि राजस्थान में स्किल्ड मैनपॉवर तैयार करने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं जिसके अच्छे परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
श्री पारीक ने कहा कि राजस्थान को निवेशकों की पहली पसंद बनाने की दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य सरकार ने निवेश को बढ़ावा देने के लिए ऊर्जा को अपनी प्राथमिकता में रखा है। राज्य सरकार प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए जमीन आवंटित करने एवं पानी को प्रदूषित नहीं करने वाले उद्योगों को बढ़ावा देने जैसे कदम उठा रही है।
उद्योग मंत्राी ने कहा कि पाली, भीलवाड़ा, किशनगढ़ एवं बगरू ने टैक्सटाईल के क्षेत्रा में पूरे देश में नये आयाम स्थापित किये हैं। राजस्थान का कोटा डोरिया विश्व प्रसिद्ध हो चुका है। उन्होंने कहा कि आज अभिनव विचारों एवं नई तकनीक को अपनाने की जरूरत है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि वस्त्रा-2012 में देश एवं दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आये प्रतिनिधि आधुनिक तकनीक का उपयोग कर टैक्सटाईल उद्योग को आगे बढ़ाने से संबंधित जानकारी एक-दूसरे से साझा करेंगे।
उद्योग विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं रीको के चैयरमेन श्री सुनील अरोड़ा ने कहा कि मैन्यूफेचरिंग सैक्टर देश में तेजी से प्रगति कर रहा है और इस सैक्टर के विकास के लिए केन्द्र सरकार एवं राजस्थान सरकार ने कई कदम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा देश का सबसे बड़ा टैक्सटाईल हब बनकर उभर रहा है जहां करीब 17,000 मिलें हैं। उन्होंने कहा कि वस्त्रा-2012 का उद्देश्य टैक्सटाईल पर फोकस करना एवं इस सैक्टर की अधिक से अधिक मार्केटिंग करना है।
कार्यक्रम की शुरूआत में फिक्की के महानिदेशक डॉ. अरविन्द प्रसाद ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि राजस्थान में यह पहला अंतर्राष्ट्रीय स्तर का टैक्सटाईल एवं अपैरल फेयर है। उन्होंने बताया कि इसमें 175 प्रदर्शनी स्टॉल लगी हैं तथा राजस्थान, केरल, हरियाणा एवं गुजरात राज्यों के पैवेलियन लगाए गए हैं।
कार्यक्रम के अंत में रीको के एमडी श्री नवीन महाजन ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर केन्द्र सरकार के टैक्सटाईल विभाग की निदेशक श्रीमती मनीषा सिन्हा भी उपस्थित थी।
वस्त्रा-2012’ प्रदर्शनी का अवलोकन किया
जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को यहां सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्रा में अंतर्राष्ट्रीय वó एवं परिधान मेले ‘वस्त्रा-2012’ के उद्घाटन के बाद वहां लगी प्रदर्शनी एवं विभिन्न राज्यों के पैवेलियनों का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्राी सबसे पहले राजस्थान के पैवेलियन में गये जहां उन्होंने विभिन्न स्टॉल पर जाकर प्रदर्शनी में रखी वस्तुओं के बारे में बारीकी से जानकारी हासिल की। मुख्यमंत्राी ने बैंगल्स बनाने की प्रक्रिया की जानकारी ली तो फाईन एवं मिनिएचर आर्ट के कलाकारों रामू रामदेव एवं गोविंद रामदेव द्वारा तैयार राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त मिनिएचर पेंटिंग ‘शिव परिवार’ की बारीकियां देखीं।
श्री गहलोत ने राजस्थानी साफों के विभिन्न प्रकारों, बंधेज एवं गोटा के कार्यों, कोटा डोरिया, चमड़े की जूतियों, टेराकोटा आदि के स्टॉल भी देखे। कोटा डोरिया के स्टॉल पर बैठे हाजी मुस्तकीम एवं नसरूद्दीन अंसारी ने मुख्यमंत्राी को कांजीवरम के पैटर्न पर तैयार कोटा डोरिया दिखाई एवं देश-विदेश से इसे मिल रहे प्रोत्साहन के बारे में बताया।
मुख्यमंत्राी ने हरियाणा, गुजरात एवं केरल राज्यों के साथ केन्द्र सरकार के कपड़ा मंत्रालय द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का भी अवलोकन किया।

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