सीखा बाजरे के लड्डू, बिस्किट और केक बनाना

बीकानेर, 12 फरवरी। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रगतिशील किसानों और स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय की छात्राओं ने मंगलवार को गृह विज्ञान महाविद्यालय में आयोजित प्रशिक्षण के दौरान बाजरे के बिस्किट, कुरकुरे और लड्डू आदि बनाने सीखे।
इस प्रशिक्षण का आयोजन राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड की ओर से करवाया जा रहा है। प्रशिक्षण प्रभारी तथा डीन (पीजीएस) डाॅ. विमला डुकवाल ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान किसानों एवं गृह छात्राओं को बाजरे के पोष्टिक तत्वों एवं बाजरे के मूल्य संवर्धन की संभावनाओं के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के पहले दिन डाॅ. मधु गोयल ने बताया कि बाजरे में आयरन तथा मैग्निशियम तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। बाजरे में मौजूद फोलिक एसिड, फोलेट और आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के महत्त्वपूर्ण घटक होते हैं।
किसानों को बताया कि परम्परागत रूप से बाजरे की रोटी बनाने के अलावा भी इसका उपयोग करें। इन उत्पादों की मार्केटिंग एवं इस दौरान आने वाली व्यावहारिक परेशानियों के बारे में जानकारी दी गई। सहायक आचार्य डाॅ. ममता सिंह ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण के दूसरे दिन मुंगफली, काचरी और आंवले के उत्पादों एवं इनकी विशेषताओं के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस दौरान कृषि विपणन बोर्ड के अधिशाषी अभियंता बनवारी लाल पूनिया, नम्रता, रूपम, ममता विश्नोई तथा प्रिया यादव आदि मौजूद थे।
उधर, गृह विज्ञान महाविद्यालय में ही राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना (एनएएचइपी) के तहत ‘प्रोसेसिंग एंड वेल्यू एडिशन आॅफ एरिड फूड्स’ विषयक सात दिवसीय प्रशिक्षण के दूसरे दिन मंगलवार को छात्राओं ने मुंगफली एवं बाजरे से संबंधित विभिन्न उत्पादों के बारे में जानकारी प्राप्त की। गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डाॅ. दीपाली धवन ने बताया कि यह प्रशिक्षण 17 फरवरी तक चलेगा।

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