अंधड़ में दूषित हुए खाद्य बेचने वालों पर भी स्वास्थ्य विभाग कसेगा नकेल
बीकानेर। अंचल में आँधियों और बवंडरों का दौर लगातार जारी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन से अपने स्वास्थ्य को लेकर विशेष ध्यान रखने की अपील की गई है साथ ही धूल मिट्टी से प्रदूषित हुई खाद्य सामग्री बेचने वाले विक्रेताओं पर स्वास्थ्य विभाग ने नकेल कसने की तैयारी कर ली है। आँधियों के कारण धूलकण व उसके साथ घुली गंदगी खाने-पीने की खुली सामग्रियों पर निरंतर गिरती रहती हैं जिससे खाद्य सामग्रियां दूषित हो रही है। इसका संज्ञान लेते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न दलों का गठन कर उक्त स्थलों एवं विक्रेताओं का चिन्हीकरण किया जाएगा। दूषित सामग्री को नष्ट करने के साथ आवश्यक कानूनी कार्यवाही भी अमल में लाई जावेगी। बीकानेर शहर एवं जिले के कई कस्बों में खाद्य सामग्री यथा कचैड़ी, पकौड़ी, पानी पुरी, डोसा व जलेबी जैसे खाद्य पदार्थों को खुले में रख कर बेचा जा रहा है। यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है तथा भीषण गर्मी के इस मौसम में काफी खतरनाक भी हो सकता है।
आमजन बरतें एहतियात
सीएमएचओ डॉ. देवेंद्र चौधरी ने बताया कि धूलभरी आंधी के कारण हवा में सूक्ष्म कणों की मात्रा में वृद्धि हो जाती है, जिससे वायु गुणवत्ता खराब हो जाती है। मिट्टी, रेत और चट्टान के कणों का हवा के साथ बहना, वाहनों द्वारा धूल का उड़ाया जाना, खुदाई एवं निर्माण कार्य से उड़ने वाली धूल भी इन सूक्ष्म कणों की संख्या को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती हैं। ऐसे में बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क या रुमाल का प्रयोग करें ताकि ये कण फेफड़ों को दूषित ना कर पाएं। अस्थमा के रोगियों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है क्योंकि अंधड़ से अस्थमा अटैक आने की संभावना भी बढ़ जाती है। साथ ही अपनी अनमोल आँखों को बचाने के लिए चश्मे का प्रयोग भी आवश्यक है।
खाद्यों की खरीदारी करें ध्यान से
ना सिर्फ विपणन के समय बल्कि खाद्य सामग्री के निर्माण के समय भी उन्हें धूल मिट्टी व गंदगी से बचाए रखना अत्यंत आवश्यक है। सीएमएचओ ने आमजन से भी अपील की है कि वे विभिन्न स्थानों पर खुले में रखकर बेचे जा रहे दूषित खाद्य पदार्थों का सेवन ना करें। ऐसे परचून के सामान भी ना खरीदें जो खुले में रखने से प्रदूषित हो गए हों।