अस्पतालों में संक्रमण मुक्त सेवाओं के लिए सख्त कदम जरूरी

बीकानेर। अस्पतालों में स्वच्छता के मानदंडों को पूर्णतया लागू करने और संक्रमण मुक्त स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के लिए कायाकल्प व गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत विशेष अभियान जारी है। अभियान की मोनिटरिंग करने राज्य स्तर से आए जांच दल ने फिर से कमियों की लम्बी फेहरिस्त थमाई है जिसे संस्थान दूर करने में लगे हैं। इस बार जांच दल में शामिल डॉ. राजेन्द्र मित्तल और अर्चना शर्मा ने जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम से मुलाकात कर उन्हें जिले के अस्पतालों की रिपोर्ट सौंप दी है जिसका संज्ञान लेते हुए कलेक्टर ने स्वच्छता व हाइजीन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने और संक्रमण मुक्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के निर्देश विभागीय अधिकारीयों को दिए हैं। आगामी जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में भी उक्त रिपोर्ट अनुसार प्रगति की समीक्षा की जाएगी। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि जांच दल ने श्रीडूंगरगढ़, तौलियासर, देशनोक, नोखा, पलाना, शेरूणा, पुनरासर व मोमासर इत्यादि ग्रामीण अस्पतालों के साथ-साथ जिला अस्पताल का भी निरीक्षण कर सुधारात्मक निर्देश प्रदान किए हैं। नोखा व देशनोक सीएचसी में अव्यवस्था को लेकर दल ने कड़ी नाराजगी जताई है। पुनरासर में लेबर रूम का दरवाजा ही टूटा मिला तो सीएचसी मोमासर में बिजली सप्लाई का मेन सर्किट ही दुर्घटना को बुलावा देता मिला। गुणवत्ता आशावासन कार्यक्रम अस्सेसमेंट के ऑनलाइन इन्द्राज ना करने पर अधिकारीयों-कर्मचारियों पर गाज भी गिरनी तय है। हालांकि कई संस्थानों ने अच्छी प्रगति की है लेकिन स्वच्छता, नकारा सामान निस्तारण, बायोमेडिकल वेस्ट, लेबर रूम मापदंड व ओपीडी पर्चियों के इन्द्राज जैसे कई विषयों पर कार्य पेंडिंग ही चल रहे हैं। दल द्वारा आरबीएसके मोबाइल डेंटल वेन का निरीक्षण भी किया गया |

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