राज्य में चिकित्सा सेवाओं को विशेष प्राथमिकता

जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार को विशेष प्राथमिकता दे रही है और इस दिशा में संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्राी आज यहां टोंक रोड़ पर ककून अस्पताल के शुभारम्भ समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोल रहे थे। श्री गहलोत ने इससे पहले फीता काटकर उद्घाटन कर अस्पताल का अवलोकन किया।
श्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने आमजन को चिकित्सा सुविधा देने के लिये ’मुख्यमंत्राी निःशुल्क दवा योजना’ लागू की है। इस योजना के तहत प्रतिदिन 2 लाख से अधिक रोगियों को मुफ्त दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस योजना के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या औसतन 40 से 50 प्रतिशत अधिक बढ़ गई है। राजस्थान इस योजना में अग्रणी राज्य बना हुआ है।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि यूपीए सरकार द्वारा चलाई जा रही ’राजस्थान जननी शिशु सुरक्षा योजना’ में प्रसूताओं और बच्चों को निःशुल्क परिवहन सुविधा दी जा रही है। इस योजना के लागू होने से प्रदेश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी के संकेत आने लगे हैं। उन्हांेने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन की तरह आशा है कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन भी आयेगा।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि चिकित्सा की दृष्टि से जयपुर मेडिकल हब बनता जा रहा है। उन्होंने मेदांता दी मेडिसिटी (गुड़गांव) के प्रबन्ध निदेशक डॉ. नरेश त्रोहन से कहा कि वे मेडिसिटी की तरह जयपुर में अपनी सेवाएं दें। मुख्यमंत्राी द्वारा जयपुर में मेदांता मेडिसिटी की तर्ज पर अस्पताल खोलने के प्रस्ताव पर आर.जे. कॉरपोरेशन के अध्यक्ष श्री रवि जयपुरिया ने इस पर सहमति देते हुए जयपुर, दिल्ली सिक्स लेन का कार्य पूरा होने से पहले जयपुर में मेदांता मेडिसिटी अस्पताल खोलने का भरोसा दिलाया।
श्री गहलोत ने ककून अस्पताल के संचालकों से कहा कि वे सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए अस्पताल में जरूरतमंद एवं गरीब लोगों की मदद करने में भी पीछे नहीं रहें।
कार्यक्रम में पर्यटन, कला एवं संस्कृति मंत्राी श्रीमती बीना काक ने कहा कि बच्चे के जन्म के समय जो खुशी का माहौल होता है उसमें ऐसे अस्पताल की जरूरत रहती है जहां माहौल खुशनुमा हो और वहां सुविधाएं अच्छी मिल पाएं।
उन्होंने आशा जताई कि ककून अस्पताल प्री एवं पोस्ट नेटल केयर के साथ एक्सपर्ट स्टाफ की सेवाएं प्रसूता महिलाओं एवं नवजात शिशु को मिलगी। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से आग्रह किया कि जिस तरह नवजात बच्चे की मां के लिए काउंसिलिंग की सुविधा है उसी तरह पिता के लिए भी काउंसिलिंग उपलब्ध हो।
मेदान्ता मेडिसिटी के एम डी डॉ. नरेश त्रोहन ने कहा कि जिस तरह की सुविधाएं अस्पताल में उपलब्ध कराई जा रही हैं वे प्रशंसनीय हैं। उन्होंने कहा कि आज जरूरत इस तरह की स्वास्थ्य सेवाओं की है जिन्हें ज्यादा से ज्यादा लोग वहन कर पायें। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के मॉडल को बढ़ावा दिया जा सकता है।
ककून अस्पताल की प्रमोटर श्रीमती धारा जयपुरिया ने अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।

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