आईसीआईसीआई आरएसईटीआई ने 83,550 से अधिक लोगों को दिया कौशल विकास प्रशिक्षण

आईसीआईसीआई आरएसईटीआई ने स्थापना के बाद से 83,550 से अधिक लोगों को प्रदान किया कौशल विकास प्रशिक्षण

रूरल सेल्फ एम्प्लॉयमेंट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट्स (आरएसईटीआई ) को ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सीमांत समुदायों के ग्रामीण युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था ताकि बेरोजगारी को खत्म किया जा सके। इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, आईसीआईसीआई फाउंडेशन फॉर इनक्लूसिव ग्रोथ (आईसीआईसीआई फाउंडेशन) राजस्थान के उदयपुर और जोधपुर में आईसीआईसीआई सतत आजीविका सोसायटी के माध्यम से आरएसईटीआई चला रहा है।
आईसीआईसीआई आरएसईटीआई का जोधपुर और उदयपुर जिलों में एक-एक आवासीय केंद्र है। इसके अलावा, इन दो जिलों के भीतर विभिन्न ब्लॉकों में 16 गैर-आवासीय केंद्र हैं। ये केंद्र संबंधित क्षेत्र की आवश्यकता मूल्यांकन या मानचित्रण करके मांग आधारित खास प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करते हैं। संस्थान पाठ्यक्रम के लिए प्रासंगिक पाठ्यक्रम और प्रशिक्षण सामग्री भी विकसित करता है। अब तक, इसने 83,550 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया है जिनमें से आधी से अधिक महिलाएं हैं। 18-45 वर्ष के बीच के वंचित व्यक्ति यहां उपलब्ध विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में आवेदन कर सकते हैं या चुन सकते हैं। अपने उच्चतम गुणवत्ता प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचे के कारण, दोनों आईसीआईसीआई आरएसईटीआई को लगातार सात वर्षों तक ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा ‘सर्टिफिकेट ऑफ एक्सिलेंस’ से सम्मानित किया गया है।
आईसीआईसीआई आरएसईटीआई 30 से अधिक ट्रेड में 10-45 दिनों के कौशल प्रशिक्षण की पेशकश करता है जिसमें घरेलू विद्युत उपकरण सेवा उद्यमिता (इलेक्ट्रीशियन), सेल फोन मरम्मत और सेवा, इलेक्ट्रिक मोटर रिवाइंडिंग और मरम्मत सेवा, नलसाजी और स्वच्छता कार्य, रेफ्रीजेशन और एयरकंडीशनिंग जैसे तकनीकी ट्रेड शामिल हैं। कृषि क्षेत्र के लिए केंद्रित प्रशिक्षण जैसे – डेयरी फार्मिंग और वर्मी कम्पोस्ट मेकिंग, वेजिटेबल नर्सरी प्रबंधन और खेती, और महिलाओं के लिए – ब्यूटी पार्लर मैनेजमेंट, महिला दर्जी, पेपर-कवर, लिफाफा और फाइल मेकिंग, आदि हैं। आईसीआईसीआई आरएसईटीआई, कार्यालय कौशल में प्रशिक्षण प्रदान करते हैं जैसे कि कार्यालय प्रशासन और हाईस्कूल पूरी कर चुके युवाओं के लिए कम्प्यूटरीकृत लेखांकन। इसके अलावा, उद्यमिता विकास कार्यक्रम (ईडीपी), और वित्तीय साक्षरता पर सत्र हर प्रशिक्षण का एक अनिवार्य हिस्सा है। सभी प्रशिक्षुओं को उनकी फिटनेस और समग्र विकास के लिए योग सत्र भी प्रदान किए जाते हैं।
उदयपुर जिले में आईसीआईसीआई आरएसईटीआई ने महिला सशक्तीकरण के लिए एक विशेष परियोजना की स्थापना की है जहाँ यह मौजूदा स्व-सहायता समूहों की पहचान करती है और ग्राम स्तर पर इन समूहों के माध्यम से डेयरी फार्मिंग का प्रशिक्षण प्रदान करती है। जोधपुर में, आईसीआईसीआई आरएसईटीआई अपने स्वयं सहायता समूह बनाकर समान प्रशिक्षण प्रदान करता है। आईसीआईसीआई आरएसईटीआई पाठ्यक्रम पूरा होने पर प्रशिक्षुओं को निःशुल्क टूलकिट प्रदान की जाती है। इससे उन्हें अपना उद्यम तुरंत शुरू करने में मदद मिलती है।
आईसीआईसीआई आरएसईटीआई के बारे में बोलते हुए, आईसीआईसीआई फाउंडेशन फॉर इनक्लूसिव ग्रोथ के प्रेसिडेंट श्री सौरभ सिंह ने कहाः ‘समावेशी विकास को बढ़ावा देकर देश के विकास में योगदान देने की अपनी लंबी परंपरा को आगे बढ़ाने के लिए आईसीआईसीआई ग्रुप द्वारा समावेशी विकास के लिए आईसीआईसीआई फाउंडेशन की शुरुआत की गई थी। आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने अपने विजन को आगे बढ़ाने और देश में आर्थिक गतिविधियों में लोगों की व्यापक सहायता के लिए कौशल विकास की पहचान की।
इसके अनुरूप, आईसीआईसीआई फाउंडेशन उदयपुर और जोधपुर जिलों में आईसीआईसीआई आरएसईटीआई चला रहा है जहां यह कम-विशेषाधिकार प्राप्त युवाओं को स्वरोजगार के माध्यम से वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनने में मदद करने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। आईसीआईसीआई आरएसईटीआई के माध्यम से हम अपने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करते हैं जिसके लिए हमने व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रयोगशालाएं भी बनाई हैं और पाठ्यक्रम की सामग्री तैयार की है। हम 30 से अधिक स्थानीय रूप से प्रासंगिक कौशल में अपने छात्रों को प्रशिक्षित करते हैं और उनके लिए एक स्थायी आजीविका की सुविधा प्रदान करते हैं।
हमने इस पहल के माध्यम से जबरदस्त सफलता देखी है। अपनी स्थापना के बाद से, हमने अब तक 83,550 से अधिक लोगों को प्रशिक्षण प्रदान किया है, जिनमें से 54 फीसदी महिलाएं हैं। प्रशिक्षण के बाद, हमारे छात्रों को शहरों की ओर पलायन करने की आवश्यकता महसूस नहीं होती है; वे अपने इलाकों में अपना व्यवसाय शुरू करते हैं। इन नवोदित उद्यमियों को देखकर हमें अपार संतुष्टि मिलती है। हम आशा करते हैं कि ये ग्रामीण उद्यमी भारत की आर्थिक वृद्धि में वृद्धि और योगदान करते रहेंगे।’

अतिरिक्त जानकारी
आईसीआईसीआई फाउंडेशन फॉर इनक्लूसिव ग्रोथ (आईसीआईसीआई फाउंडेशन) के बारे मेंः आईसीआईसीआई ग्रुप की समावेशी विकास को बढ़ावा देने की विरासत को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से 2008 के आरंभ में आईसीआईसीआई फाउंडेशन की स्थापना की गई थी। फाउंडेशन, देश में आर्थिक अवसरों में व्यापक भागीदारी के लिए आवश्यक प्रमुख तत्वों में योगदान देकर भारत में समावेशी विकास को बढ़ावा देना चाहता है। प्राथमिक स्वास्थ्य, प्राथमिक शिक्षा, कौशल विकास और आजीविका के स्थायी साधन और वित्तीय समावेश सहित कई लक्षित क्षेत्रों में पहलों के माध्यम से, आईसीआईसीआई फाउंडेशन क्षमता निर्माण की दिशा में काम कर रहा है और ऐसे अभिनव मॉडल विकसित कर रहा है जिन्हें भविष्य में दोहराया और बढ़ाया जा सकता है। यह आईसीआईसीआई एकेडमी फॉर स्किल्स, आईसीआईसीआई आरएसईटीआई और रूरल इनिशिएटिव के तहत संचालित है।

आईसीआईसीआई एकेडमी फॉर स्किल्स के बारे में
आईसीआईसीआई अकादमी फॉर स्किल्स (आईसीआईसीआई अकादमी) के भारत भर में 26 केंद्र हैं और इसके माध्यम से वंचित युवाओं को 12 विषयों में उद्योग से संबंधित व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। कौशल अकादमियों ने अपनी शुरुआत से अब तक 1.20 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है, जिनमें 48,600 से अधिक महिलाएं हैं। आईसीआईसीआई अकादमी ने भागीदारी के साथ एक ईको सिस्टम विकसित करने के लिए 10 से अधिक उद्योग अग्रणी कंपनियों के साथ ’नॉलेज पार्टनर’ के रूप में समझौता किया है और इस तरह सर्वोत्तम कौशल श्रेणी के कौशल विकास कार्यक्रम प्रदान किए जाते हैं। आईसीआईसीआई अकादमी प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए ‘उद्योग भागीदार‘ के रूप में विभिन्न संगठनों के साथ साझेदारी करती है। अब तक, फाउंडेशन ने 1300 से अधिक उद्योग भागीदारों के साथ समझौता किया है। अकादमी ने अपने सभी प्रशिक्षित युवाओं के लिए 100 प्रतिशत प्लेसमेंट हासिल करना जारी रखा है।

रूरल इनिषिएटिव के बारे में
2016 में आईसीआईसीआई फाउंडेशन फॉर इनक्लूसिव ग्रोथ ने गांवों में कौशल विकास के माध्यम से स्थायी आजीविका को सक्षम बनाने के लिए एक कार्यक्रम शुरू किया। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण भारत के विकास के लिए एक समग्र दृष्टिकोण रखना है। कार्यक्रम के तहत स्थानीय जरूरतों के आधार पर ग्रामीणों को व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करता है और साथ ही, उनके लिए स्थायी आजीविका कमाने के लिए बाजार संपर्क स्थापित करने में मदद की जाती है। इसका उद्देश्य ग्रामीणों की आमदनी के स्तर को नए कौशल से आय के माध्यम से या उनके मौजूदा व्यवसायों में सुधार के माध्यम से सुधारना है और उन्हें 50 से अधिक स्थानीय रूप से प्रासंगिक कौशल का प्रशिक्षण देना है। कार्यक्रम में उद्यमिता विकास पर एक मॉड्यूल भी शामिल है जो कि पाठ्यक्रम का एक अभिन्न अंग है। इस परियोजना के माध्यम से, आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने 29 राज्यों में 1200 से अधिक गांवों में 1,98 लाख से अधिक ग्रामीणों को प्रशिक्षित किया है। इनमें 63 प्रतिशत संख्या महिलाओं की है। इन गांवों में एक स्थायी आजीविका की उपलब्धता अब व्यक्तियों को नौकरियों की तलाश में शहरी स्थानों की ओर पलायन से हतोत्साहित करती है।

समग्र प्रभावः- उपरोक्त पहलों के माध्यम से आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने 4 लाख से अधिक लोगों का प्रशिक्षण पूरा किया है। आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने वित्त वर्ष 20 तक 5 लाख लोगों को प्रशिक्षण प्रदान करने की उपलब्धि को हासिल करने का लक्ष्य तय किया है।

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