झूठा था अस्मत का आरोप, खुद ही लाई थी पर्चा

जयपुर: निम्स यूनिवर्सिटी की मेडिकल छात्रा जिसने अस्मत मांगने का आरोप लगाया था वह खुद ही परीक्षा में नकल का पर्चा लेकर आई थी। राज्य महिला आयोग की जांच में यह खुलासा हुआ है कि परीक्षा में बरामद बताई पर्ची पर उसी छात्रा की हैंड राइटिंग पाई गई है। उधर निम्स मेडिकल यूनिवर्सिटी ने महिला आयोग की ओर से मांगे गए सारे दस्तावेज उपलब्ध करवा दिए है।

अस्मत मांगने के आरोपों की अभी तक जांच नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। इसके लिए निम्स के डायरेक्टर को महिला आयोग ने तलब किया है। निम्स मेडिकल यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर पर पास करने की एवज में अस्मत मांगने का वहां की मेडिकल छात्रा ने राज्य महिला आयोग में 30 अक्टूबर को परिवाद दर्ज करवार आरोप लगाया था। तब छात्रा का आरोप था कि षडयंत्र के तहत उसे नकल का झूठा मामला बनाकर फंसाया और फेल कर दिया। साथ ही पास करने की एवज में डायरेक्टर ने फोन करके बुलाया और अस्मत की मांग की। एक पूर्व विधायक इस छात्रा को लेकर राज्य महिला आयोग में गए और शिकायत दर्ज कराई।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष लाडकुमारी जैन का कहना है कि परीक्षा में जो पर्ची बरामद हुई थी, वो परिवाद दर्ज करवाने वाली इस छात्रा की होना पाया गया है। हैंडराइटिंग का मिलान करवाने पर यह खुलासा हुआ है। लाड कुमारी जैन का कहना है कि निम्स मेडिकल यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर को तलब किया जा रहा है। उन्हें बुलाकर इन आरोपों के बारे में विस्तृत पूछताछ की जाएगी, उसके बाद ही आयोग किसी नतीजे पर पहुंच पाएगा।

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