सनातन संस्कृति का पुनर्जीवन कर रहा है नवग्रह आश्रम- पद्मश्री निवेदिता

भीलवाड़ा-21 अगस्त / स्वामी विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पदमश्री निवेदिता रघुनाथ भिड़े ने बुधवार को भीलवाड़ा जिले के मोती बोर खेड़ा स्थित श्री नवग्रह आश्रम का दौरा कर वहां लगे 414 प्रकार के औषधीय पौधों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की ।
पदमश्री निवेदिता ने करीब 2 घंटे तक आश्रम की वाटिका में पौधों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि देश की सनातन संस्कृति के अनुरूप श्री नवग्रह आश्रम में औषधीय पौधों का रोपण कर आज देश दुनिया के लोगों का उपचार किया जाना स्तुतनिय हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति की पुरानी उपचार पद्धति आयुर्वेद व
वनऔषधियों के माध्यम से ही रोग उपचार होता था । आज श्री नवग्रह आश्रम के माध्यम से यह उपचार किया जाता है। जिसमें हर वर्ग के व्यक्ति को लाभ मिल रहा है । आज देश में बड़े-बड़े चिकित्सालय आर्थिक शोषण का केंद्र बिंदु बने हुए हैं। ऐसे में श्री नवग्रह आश्रम द्वारा वनस्पति व औषधीय पौधों के माध्यम से उपचार कर आम लोगों को न केवल राहत दी जा रही है वरन सनातन संस्कृति का पूर्ण जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके उन्नयन व संरक्षण के लिए शासन और प्रशासन स्तर पर प्रयास होने चाहिए। स्वामी विवेकानंद के प्रांतीय संगठक भगवान सिंह, प्रांजल येरेकर, मनीषा रूपचंदानी, शकुंतला डाड़, जनहित योग एवं स्वास्थ्य प्रचार समिति के सचिव भूपेंद्र मोगरा, पंडित महावीर कौशिक, गणेश लाल उनके साथ में रहे । आश्रम के संस्थापक हंसराज चैधरी ने शुरुआत में सभी का स्वागत करते हुए आश्रम गतिविधियों की जानकारी दी। चैधरी ने निवेदिता को बताया कि कैंसर रोग का उपचार निःशुल्क किया जाता है। आश्रम के इवेंट प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने अंत में सभी का आभार ज्ञापित किया।

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