गांवो की बस्तियों में नही हुए निर्माण

बारिश में आम रास्तो पर जमा कीचड़
फ़िरोज़ खान
बारां 14 अक्टूबर । सूखा सेमली व केदार कुई तथा कर्णपुरा गांव की सहरिया बस्तियों में आने जाने वाले रास्तो पर ग्राम पंचायत द्वारा निर्माण करवाने के कारण कच्चे रास्तो से गुजरना मुश्किल हो रहा है । क्षेत्र में अत्यधिक बारिश होने के कारण के कारण अभी तक भी इन गांवो की बस्तियों का कीचड़ नही सूखा है । रास्तो पर जमा कीचड़ में होकर निकलना इनकी मजबूरी है । केदार कुई निवासी सूरज सहरिया, मालती, बलराम सहरिया ने बताया कि वार्ड 2 की बस्ती के हर गल्ली मोहल्ले के मुख्य रास्ते कच्चे होने के कारण बारिश में इन रास्तो पर कीचड़ हो जाता है । इसी तरह सेमली फाटक गांव के वार्ड 3 में भी यही हालात है । बस्तियों के गली मोहल्लों में बारिश में कीचड़ हो जाता है । इस कारण बारिश में इन रास्तो से निकलना मुश्किल हो जाता है । पीतम सहरिया, आनन्दी, जीवनलाल, प्रमोद, सुनील, जानकी बाई ने बताया कि कई बार ग्राम पंचायत को अवगत कराया गया मगर कोई सुनवाई नही होती है ।लम्बे समय से लोगो को बारिश के 4 माह तो इन कच्चे रास्तो पर कीचड़ में होकर ही निकलना पड़ता है । आज भी कई गांव ऐसे है जो विकास से कोसो दूर है । इस कारण गांवो की हालात बहुत ही खराब है । पंचायतों द्वारा इन गांवों की लगातार उपेक्षा की जाती है । इसी तरह कर्णपुरा गांव की भी यही स्थिति है यहाँ भी मोहल्लों में हर गली में कच्चे रास्तो को पक्का नही किया गया है । यही नही खेराई, धतुरिया, सेमली फाटक के बच्चे गणेशपुरा स्कूल में पढ़ने जाते है तो खेराई से जखोनी का रास्ता कच्चा है जिसमे पानी भरा रहता है बच्चो को निकलने में दिक्कत होती है । इसको आज तक ठीक नही करवाया गया । जाग्रत महिला संगठन के कार्यकर्ताओं ने इन गांवो को दौरा कर हालात को देखा । उन्होंने लिखित में विकास अधिकारी से इन गांवो की सहरिया बस्तियों में निर्माण करवाने की मांग की है ।

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