जयपुर। डॉ लाल थदानी ने मुख्यमंत्री के समक्ष जनसुनवाई में अपनी बहाली और पब्लिक हेल्थ प्रोफेशनल का पक्ष रखा । 12 वर्षों से डिप्टी सीएमएचओ अजमेर पद पर कार्यरत डॉ लाल थदानी आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में अक्टूबर 18 से निलंबित चल रहे हैं और स्वास्थ्य विभाग ने उनकी बहाली को लेकर कोई सकारात्मक पहल नहीं की है । मार्च 18 से उन्हें वेतन भी नहीं दिया है ।
डॉ थदानी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दस्तावेज़ दिखाए कि उनके विरुद्ध उच्च स्तरीय षड्यंत्र के तहत कैडर पोस्ट से बार-बार पदावनत किया गया और 2 साल में तीन बार एमओ बनाकर किशनगढ़ टोंक और सीकर की पीएचसी में ट्रांसफर किया । स्वास्थ्य विभाग ने 16 फ़रवरी 2016 की भ्रमित नोटशीट में फर्जीवाड़ा किया है ।
डॉ के के सोनी को एमओ भी बताया है और एसएमओ भी बताया है । इसके अलावा उन्हें उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (प क) दो वरिष्ठ पदों पर कार्यरत बताया है जबकि उक्त पदों पर स्वयं डॉ लाल थदानी और डॉ लक्ष्मण हरचंदानी कार्यरत थे ।
इस प्रकार डॉ केके सोनी (एमबीबीएस) को
1 मार्च 18 से नियम विरुद्ध / असवैंधानिक तरीके से सीएमएचओ और एसीएमएचओ (प.क) दो वरिष्ठ पदों पर भ्रमित नोटशीट के आधार पर डॉक्टर कैडर के विरुद्ध और विधि विरुद्ध पदस्थापित किया और लाभ पर लाभ दिया । ट्रिब्यूनल और उच्च न्यायालय में डॉ सोनी के विरुद्ध केस प्रक्रियाधीन के बावजूद उसे मार्च 19 से सीएमएचओ रेगुलर भी कर दिया है और उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ्य पद पर एक अन्य एमबीबीएस डॉ किराडिया की नियुक्ति कर दी । जबकि उक्त पद एमडी / डिप्लोमा पीएसएम विशेषज्ञयों के लिए आरक्षित है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य के 22 कार्यकर्मों की सुचारू क्रियान्विति का नोडल अधिकारी है । और राष्ट्रीय स्वास्थ्य के 22 कार्यकर्मों की सुचारू क्रियान्विति का नोडल अधिकारी है ।
आज ही पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट के शिष्टमंडल ने भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन देते हुए प्रशासनिक पदों पर अन्य राज्यों की भांति पीएसएम विषेषज्ञों को पदस्थापित किया जाए ताकि स्वास्थ्य सूचांक में सम्मानजनक स्थिति में राजस्थान आए । मुख्यमंत्री ने आश्वत किया कि अति शीघ्र उनके साथ न्याय होगा । पीएसएम विषेषज्ञों में डॉ अरविंद गेट , डॉ शैलेन्द्र चौधरी , डॉ.कुनाल साहु, डॉ.कपिल मीणा , डॉ.विकास सैनी, डॉ. कुलदीप मीणा
डॉ .जसवंत, डॉ.रविन्द्र सैनी, डॉ.राजीव महात्मा,डॉ.अनुराधा शर्मा, डॉ. साधना मीणा ,डॉ प्रज्ञा कुमावत, डॉ.अजय गुप्ता, डॉ.श्यामलाल मीणा, डॉ.पुष्पेंद्र,डॉ. कैलाश शामिल थे ।