चोराखाडी के बारेलाल को सहायता की दरकार

फ़िरोज़ खान
बारां 13 नवंबर । एक पिता इतना बेबस हो गया गया कि अब वह अपने परिवार की जरूरत को पूरा नही कर सकता है क्योंकि एक पैर से लाचार हो गया । इसके 4 लड़किया व 2 लड़के है । इस परिवार के ऊपर बीमारी का ऐसा साया पड़ा कि करीब एक माह पहले इसको अपना पैर बारां में ऑपरेशन से कटवाना पड़ा । अब यह दूसरा का सहारा बन गया । एक दिन ऐसा था जब यह मुखिया अपने परिवार का सहारा था । बात हो रही है बीलखेड़ा डांग ग्राम पंचायत के गांव चोराखाडी निवासी बारेलाल पुत्र श्रिया सहरिया की । इस गांव का विजिट करने पर यहां के हालत जाने तो आज भी वैसे ही थे जैसे पहले हुआ करते थे । इस मजबूर पिता ने बताया कि अचानक एक पैर में बीमारी हो गयी और बारां इलाज के दौरान डॉ को पैर काटने पर मजबूर होना पड़ा । अब इसका पूरा परिवार पत्नी पुखो बाई के सहारे हो गया । वह बताती है कि पति की देखभाल करू या परिवार को चलाने के लिए मजदूरी करू मगर नियति को जो भी मंजूर है उसको तो सहन करना ही पड़ेगा । बच्चे छोटे है अभी तो इन बच्चो की पढ़ाई लिखाई का समय है । मगर मजबूर हो गए घर का मुखिया ही दिव्यांग हो गया । पत्नी ही इस घर की जिम्मेदारी अकेली ही सम्भाल रही है । जैसे तैसे मजदूरी कर अपने परिवार का लालन पालन कर रही है । अभी तो बारेलाल सहरिया का घाव कच्चा है । पैर में पट्टी बंधी हुई है । अभी तो इसको ठीक होने में भी समय लगेगा । इसका चलना फिरना भी मुश्किल हो रहा है । घर के आंगन में बहार बैठकर आने जाने वालों को देखना ही इसकी मजबूरी है । रहने के लिए कच्चा मकान है । इस मजबूर पिता ने जिला प्रशासन व सरकार से सहायता की मांग की है ।

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