ऽ 33 लाख से ज्यादा मतदाता कर सकेंगे मताधिकार का इस्तेमाल
ऽ 7942 उम्मीदवार चुनाव मैदान में आजमाएंगे किस्मत
ऽ 5 हजार 833 ईवीएम मशीनों से होंगे 49 निकायों में चुनाव
ऽ 24 जिलों में 36 पर्यवेक्षक की रहेगी पैनी नजर
ऽ 20 हजार से ज्यादा सुरक्षा बल रहेंगे पूरी तरह मुस्तैद
जयपुर 15 नवंबर। राज्य के 24 जिलों की 49 नगर निकायों में शनिवार को प्रातः 7 से सायं 5 बजे तक ईवीएम मशीनों द्वारा मतदान कराया जाएगा। स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं सचिव श्री श्यामसिंह राजपुरोहित ने निकायों के सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे देष की लोकतांत्रिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए निर्भय होकर बिना किसी डर व दबाव के मतदान करें।
श्री राजपुरोहित ने बताया कि कुल 2105 वार्डों पर 3510 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सदस्य पदों के लिए 19 नवम्बर को स्थानीय स्तर पर मतगणना करवाई जाएगी। अध्यक्ष का चुनाव 26 नवंबर व उपाध्यक्ष का 27 नवंबर को करवाया जाएगा। निर्धारित केन्द्रों पर भी सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था कर दी जाएगी। मतगणना प्रातः 8 बजे से आरंभ होगी।
*33 लाख से अधिक मतदाता कर सकेंगे मतदान*
उन्होंने बताया कि राज्य में 49 नगर निकाय क्षेत्रों के लिए कुल 33 लाख 6 हजार 919 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिनमें से 17 लाख 5 हजार पुरुष, 16 लाख 1 हजार 872 महिलाएं और 47 अन्य मतदाता शामिल हैं। इसमें 18 से 25 वर्ष की उम्र के 5 लाख 77 हजार 768, 26 से 35 उम्र के 8 लाख 30 हजार 325 मतदाता, 36 से 59 वर्ष की उम्र के 14 लाख 471 और 60 वर्ष से अधिक उम्र के 4 लाख 98 हजार 355 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
*कुल 7942 उम्मीदवार चुनावी मैदान में*
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सदस्य पदों के चुनाव में नाम वापसी की अवधि पूर्ण होने के बाद कुल 7942 उम्मीदवार चुनाव मैदान में शेष रह गए हैं। इनमें से 2832 महिलाएं, 5109 पुरुष और हनुमानगढ़ से एक तृतीय लिंग प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमाएंगे। गौरतलब है प्रदेश के 14 वार्डों में प्रत्याशी निर्विरोध निकायों के सदस्य बन गए हैं।
*5 हजार 833 ईवीएम मशीनों से होंगे चुनाव*
राज्य की 49 निकायों में 5 हजार 833 ईवीएम मशीनों के द्वारा चुनाव करवाए जाएंगे। सभी निकायों में लगभग 30 प्रतिशत मशीनें रिजर्व में रखी गई हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान मशीनों में किसी भी तरह की परेशानी आने पर प्रत्येक निकाय में भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड और इलेक्ट्रोनिक्स काॅरपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड के इंजीनियर्स हर समय उपलब्ध रहेंगे। आयुक्त कार्यालय में भी इंजीनियर तकनीकी मदद के लिए सजग रहेंगे। मशीनों की देखरेख के लिए इंजीनियर्स 11 नवंबर से ही निकाय क्षेत्र में पहुंच गए हैं।
*20 हजार से ज्यादा सुरक्षा बल रहेंगे मुस्तैद*
श्री राजपुरोहित ने बताया कि निकायों में 900 से ज्यादा क्रिटिकल और लगभग 43 वल्नरेबल निकायों का चिन्हीकरण किया है। उन्होंने कहा कि सभी निकायों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए हैं। स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा ट्रबलमोंगर्स (भय पैदा करने वाले) को चिन्हीकरण कर उन्हें पाबंद किया है। सभी निकायों में कानून-व्यवस्था मजबूत रहेगी। चुनाव के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने एवं शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए 20 हजार पुलिस बल नियोजित किए गए हैं।
*चुनाव नियन्त्रण कक्ष से रहेंगे आमजन कनेक्ट*
श्री राजपुरोहित ने बताया कि चुनाव कार्य से संबंधित सूचनाओं के आदान-प्रदान एवं आमजन द्वारा चुनाव संबंधी किसी भी गतिविधि के बारे में प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने के लिए आयोग द्वारा मुख्यालय एवं जिला स्तर पर चुनाव नियन्त्रण कक्ष स्थापित किए थे, जोकि लगातार पारियों के अनुसार रात-दिन कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी जानकारी के लिए आमजन जयपुर मुख्यालय पर स्थित नियंत्रण कक्ष में 0141-2385855, 2385064, 2385063 पर काॅल कर सकते हैं।
*पर्यवेक्षकों की पैनी नजर में होंगे चुनाव*
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी निकायों में स्वतंत्र-निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए भारतीय प्रशासनिक और राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को लगाया गया है। 24 जिलों में 36 पर्यवेक्षक चुनाव के दौरान वहां की कानून व्यवस्था, आचार संहिता, चुनावी खर्च सहित कई अन्य विषयों पर पैनी नजर रखेंगे और उसकी सूचना भी आयोग को निरंतर उपलब्ध कराते रहेंगे।
*दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधा*
श्री राजपुरोहित ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं ककी मदद के लिए आयोग ने विशेष व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि मतदान केन्द्रों पर दिव्यांगजनों की मदद के लिए स्थानीय स्तर पर स्काउट गाइड, एनएसएस और एनसीसी के वोलेंटियर लगाए जाएंगे। कई निकायों पर दिव्यांगजनों को एवं उनके सहायकों को घर से लाने ले जाने के लिए भी परिवहन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि हर दिव्यांग मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके।
*वैकल्पिक दस्तावेजों से भी हो सकेगा मतदान*
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतदान के लिए प्रत्येक मतदाता भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्वाचक फोटो पहचान पत्र अपने साथ जरूर लाएं। इनके अभाव में 12 अन्य वैकल्पिक दस्तावेजों में से किसी एक को दिखाकर भी मतदाता अपना वोट डाल सकते हैं। ये दस्तावेज निम्न हैं- आधारकार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेन्स, आयकर पहचान पत्र (पीएएन), मनरेगा जाॅब कार्ड, सांसदों, विधानसभा सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र, राज्य या केन्द्र सरकार राज्य पब्लिक लिमिटेड कंपनी, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गए फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी फोटोयुक्त स्वास्थ्य बीमा योजना स्मार्ट कार्ड, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज जैसे कि भूतपूर्व सैनिक पेंशन बुक, पेंशन अदायगी आदेश, भूतपूर्व सैनिक विधवा या आश्रित प्रमाण पत्र, वृद्धावस्था पेंशन आदेश या विधवा पेंशन आदेश (निर्वाचन कार्यक्रम घोषित होने की तिथि से पूर्व जारी), सक्षम अधिकारी द्वारा जारी फोटोयुक्त छात्र प्रमाण पत्र (निर्वाचन कार्यक्रम घोषित होने की तिथि से पूर्व जारी), सक्षम अधिकारी द्वारा जारी फोटोयुक्त शारीरिक विकलांगता प्रमाण पत्र (निर्वाचन कार्यक्रम घोषित होने की तिथि से पूर्व जारी), सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकध्सहकारी बैंक या डाकघरों द्वारा जारी की गई फोटोयुक्त पासबुक (निर्वाचन कार्यक्रम घोषित होने की तिथि से पूर्व जारी)।