आधुनिक भारत के शिल्पकार प्रथम प्रधानमंत्री नेहरु को उनकी 130 वीं जन्म जयंती पर क्रतज्ञ राष्ट्र के नागरिकों की और से श्रद्धा सुमन पार्ट 4

dr. j k garg
देश में योजनाबद्ध विकास हेतु योजना आयोग की स्थापना की गई। योजना आयोग ने देश के चहुंमुखी विकास के लिये पंचवर्षीय योजनाएं बनाईं। उस समय पंचवर्षीय योजनाएं सोवियत संघ सहित अन्य समाजवादी देशों में लागू थीं परंतु पंचवर्षीय योजना का ढांचा एक ऐसे देश में लागू करना नेहरूजी के ही बूते का था जो पूरी तरह से समाजवादी नहीं था।
दूसरे महायुद्ध के बाद विश्व दो गुटो में विभाजित हो गया था। जहाँ एक गुट का नेतृत्व अमरीका कर रहा था वहींर दूसरे गुट का सोवियत संघ। भारत ने यह फैसला किया कि वह दोनों में से किसी गुट में शामिल नहीं होगा। हमारी गुटनिरपेक्षता की नीति के कारण सारी दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी और जवाहरलाल नेहरू गुटनिरपेक्ष देशों के सर्वाधिक शक्तिशाली नेता बन गये। जवाहरलाल नेहरू ने भारत को तत्कालीन विश्व की दो महान शक्तियों का पिछलग्गू न बनाकर तटस्थता की नीति का पालन किया। नेहरूजी ने निर्गुटता एवं पंचशील जैसे सिद्धान्तों का पालन कर विश्व बन्धुत्व एवं विश्वशांति को प्रोत्साहन दिया।
नेहरुजी ने अनेकों किताबे लिखी जिनमें डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया,एन ओटोबायोग्राफी ग्लिम्प्सेस ऑफ़ वर्ल्डहिस्ट्री,पुत्री के नाम पिता के पत्र प्रमुख है |

डा. जे. के. गर्ग

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