जिला कलक्टर ने टिड्डी प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों का किया भ्रमण

जैसलमेर, 24 दिसम्बर/जिला कलक्टर नमित मेहता ने मंगलवार को टिड्डी प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर टिड्डियों से हुए नुकसान की स्थिति का जायजा लिया। उन्होेंने दामोदरा, मसूरड़ी, सलखा, जाजिया, पिथला आदि गांवों का दौरा कर वहां आई टिड्डी की स्थिति को भी बारीकी से देखा एवं किसानाें के खेतों पर जाकर उनकी फसलों में हुए नुकसान का भी जायजा लिया।

जिला कलक्टर मेहता ने सर्वप्रथम मसूरड़ी खड़ीन क्षेत्र जहां गेंहूँ, चना, सरसों की फसलों की बुआई की हुई थी, वहां पर टिड्डी दल द्वारा फसलों को किए गए नुकसान को भी खेत पर जाकर किसानाें के समक्ष देखी। इस मौके पर मनोहरसिंह दामोदरा, गोविन्दलाल, जीवनलाल ने बताया कि टिड्डी दल ने उनके फसलों को नुकसान पहुंचाया है। जिला कलक्टर ने सलखा में सोनल खड़ीन के पास जहां टिड्डी दल उड़ रही थी, उसको भी से देखा।

जिला कलक्टर डेढ़ा में जाजिया खड़ीन क्षेत्र का भी भ्रमण कर किसानों के साथ उनके खेतों पर गए एवं उनकी गेंहूँ की फसल में हुए नुकसान का भी जायजा लिया। उन्हाेंने पिथला के पास टिड्डी नियंत्रण दल की टीमों द्वारा टिड्डी नियंत्रण के लिए किए गए कीटनाशक स्प्रे एवं टिड्डी के नष्टीकरण की कार्यवाही को भी देखा।

जिला कलक्टर ने इन क्षेत्र के किसानाें को बताया कि टिड्डी नियंत्रण संगठन द्वारा 9 गाडियां लगाई जाकर टिड्डी नियंत्रण की कार्यवाही की जा रही है एवं 3 गाडियां कल और आ जाने से 12 दलों द्वारा टिड्डी नियंत्रण के लिए प्रभावी कार्यवाही जारी रहेगी।

उन्होंने टिड्डी नियंत्रण दल के अधिकारियाें को निर्देश दिए कि वे जहां पर रात में टिड्डी दल का पड़ाव होता है उस स्थिति पर पूरी तरह नजर रखते हुए प्रातःकाल ही वहां पहुंचकर टिड्डी नियंत्रण नष्टीकरण की कार्यवाही कराएं ताकि उस पर काबू पाया जा सके।

जिला कलक्टर ने किसानाें को विश्वास दिलाया कि टिड्डी से हुए फसलों के नुकसान का कृषि एवं राजस्व टीम द्वारा सर्वे शीघ्र ही करवाया जाएगा। उन्होंने किसानाें से भी आग्रह किया है कि वे टिड्डी दल पड़ाव की सूचना तत्काल ही कृषि विभाग के अधिकारियों एवं टिड्डी नियंत्रण दल को दें ताकि वे समय रहते पहुंचकर कीटनाशक स्प्रे कर टिड्डी नियंत्रण की कार्यवाही कर सकें।

उन्होंने जैसलमेर तहसीलदार को निर्देश दिए कि वे टिड्डी दल नियंत्रण के साथ पटवारी को भी रखें ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर कोई परेशानी हो तो वे इसमें सहयोग कर सकें। उन्हाेंने कृषि अधिकारियाें को भी निर्देश दिए कि वे किसानाें को भी प्रेरित करें कि अनुदानित दर पर कीटनाशक स्प्रे की कार्यवाही अपने स्तर से करें ताकि टिड्डियां कम से कम फसल का नुकसान करें।

भ्रमण के दौरान तहसीलदार जैसलमेर ताराचंद वैंकट, उप निदेशक कृषि विस्तार राधेश्याम नारवाल, सहायक निदेशक ओमप्रकाश, टिड्डी नियंत्रण अधिकारी राजेश कुमार भी साथ में थें।

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