सहरिया श्रमिको मनरेगा में मात्र 100 दिन का काम

भुगतान के अभाव में मकर सक्रांति पर्व फीका रहा
फ़िरोज़ खान
बारां 16 जनवरी । किशनगंज व शाहबाद क्षेत्र के गांवो में श्रमिको को मनरेगा भुगतान नही मिल रहा है । उन्होंने बताया कि हमें मनरेगा में 100 दिन के बाद काम नही दिया जा रहा है । जबकि पूर्व में सहरिया समुदाय को मनरेगा में 200 दिन का रोजगार मिलता था । सामाजिक संगठनों ने मनरेगा में 200 दिन की मजदूरी की मांग को लेकर मजदूर हक यात्रा निकाली थी । जिसमें जाग्रत महिला संगठन ने अहम भूमिका निभाई थी । उसके बाद राजस्थान सरकार ने सहरिया समुदाय के लिए 200 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे । उसके बाद से सहरिया समुदाय को मनरेगा में 200 दिन का रोजगार मिलना शुरू हो गया । मगर पूर्व राजस्थान सरकार ने सहरिया समुदाय को 200 दिन का रोजगार उपलब्ध कराने के बजाय 100 दिन का रोजगार उपलब्ध कराया गया । इससे सहरिया श्रमिको को पर्याप्त रोजगार नही मिलता रहा है । किशनगंज व शाहाबाद क्षेत्र में कार्यरत जाग्रत महिला संगठन व युवा मंच के सदस्यों ने सहरिया श्रमिको की पीड़ा को समझते हुए राजस्थान सरकार से सहरिया श्रमिको को 200 दिन का रोजगार देने की मांग की है । उन्होंने बताया कि वर्तमान में इनको 100 दिन का रोजगार दिया जा रहा है । इस कारण सहरिया श्रमिकों के परिवारों के सामने परेशानी खड़ी हो गयी है । उन्होंने मनरेगा में 200 दिन का रोजगार उपलब्ध करवाने की मांग पुरजोर तरीके से की है । उन्होंने बताया कि किशनगंज पंचायत समिति के गांव गोरधनपुरा, राधापूरा, बासथूनी, कुंदा, माधोपुर, रामपुर टोंडिया, जनकपुर, कालीमाटी, जेतपुरा, भवँरगढ़, ढिकोनिया, ततावनी, हिम्मगढ़ टापरा, बालापुरा, सिमलोद, गिगचा के कई सहरिया श्रमिकों ने बताया कि हमारे मनरेगा में 100 दिन पूरे हो गये है । और अब आगे मनरेगा में रोजगार नही दिया जा रहा है, इस कारण श्रमिक परेशान हो रहे है । वही शाहाबाद पंचायत समिति के गांव कस्बानोनेरा, रानीपुरा, गुवाड़ी, ढिकवानी, रातई, सिरसोद खुर्द, सिरसोद कला, सूखासेमली, स्वास, केदारकुई, खेराई, सेमलीफाटक, निवाड़ी, खटका, डूडावर, बिरमानी, मामोनी, खांडा सहरोल, बिचि, रामपुर, मोहनपुर, बासखेड़ा गांवो के श्रमिको को मनरेगा भुगतान नही मिल रहा है । मनरेगा श्रमिकों ने बताया कि मकर सक्रांति पर्व भी हम लोग ठीक से नही मना पाये । उन्होंने बताया कि हमने 4-4 मस्टररोल पर काम कर लिया है उसके बाद भी अभी तक एक भी मस्टररोल का भुगतान नही मिला है । वही मनरेगा में 100 दिन पूरे होने के बाद आगे के लिए रोजगार भी नही दिया जा रहा है । जाग्रत महिला संगठन व युवा मंच के सदस्यों ने पंचायत समिति किशनगंज व शाहाबाद के विकास अधिकारी से मनरेगा भुगतान व मनरेगा में 200 दिन का रोजगार देने की मांग की है । युवा मंच के सदस्यों ने बताया कि हमने ग्राम पंचायत में जाकर भी अवगत करा दिया मगर उसके बाद भी सहरिया श्रमिकों के रोजगार में दिन नही बढ़ाये जा रहे है । उन्होंने कहा कि प्रसाशन ने अगर मनरेगा में 200 दिन का रोजगार नही दिया तो ग्राम पंचायत मुख्यालय पर प्रदर्शन किया जावेगा । विकास अधिकारी दिवाकर मीणा किशनगंज ने बताया कि राज्य सरकार की और से 200 दिन का रोजगार देने का कोई आदेश प्राप्त नही हुए । हर साल राज्य सरकार 100 दिन के अलावा 100 दिन का काम देने का आदेश देती है ।

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