कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर श्रम कल्याण विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध आंदोलन करेगी यह बात कमठा मजदूर यूनियन बाड़मेर के अध्यक्ष लक्ष्मण बडेरा ने जारी प्रेस बयान में कहीं लक्ष्मण बडेरा ने बताया कि श्रम विभाग के अधिकारियों ने पूरे राजस्थान के अंदर श्रमिकों के खिलाफ में तथा श्रमिकों को योजनाओं से वंचित करने के लिए मनगढ़ंत आदेश जारी करके योजनाओं के लाभ से वंचित कर रहे हैं ऐसी सूरत में कई बार यूनियन की तरफ से श्रम विभाग के मंत्री टीकाराम जुली व राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा आला अधिकारियों को कहीं बाहर ज्ञापन प्रस्तुत किए गए उसके बावजूद भी श्रम विभाग के मंत्री व आला अधिकारियों पर जूं तक नहीं रेंगी तथा लगातार विभाग के मंत्री और विभाग के अधिकारी मजदूरों के हितों की अनदेखी कर रहे हैं इस कारण राजस्थान के 21 लाख मजदूरों को लाभान्वित करने के लिए निर्माण श्रमिक कल्याण मंडल के पास संचालित शुभ शक्ति योजना, दुर्घटना व सामान्य मृत्यु की दशा में सहायता योजना, प्रसूति सहायता योजना ,निर्माण श्रमिक शिक्षा व कौशल विकास योजना ,प्रसूति सहायता योजना, सिलिकोसिस पीड़ित हिताधिकारी योजना के सैकड़ों आवेदन या तो विचाराधीन है या उनको आईडी पर वापस लौटाया जा रहा है लक्ष्मण बडेरा ने बड़े दुख के साथ बताया कि श्रमिक कल्याण मंडल ने 3 वर्ष पूर्व विवाह सहायता योजना बंद की थी और उसके स्थान पर मजदूर की बेटी के लिए शुभ शक्ति योजना शुरू की थी शुभ शक्ति योजना में अभी तक तीन लाख सहायता आवेदन विभाग के पास पेंडिंग है तथा इसी तरह छः लाख से भी ज्यादा सहायता आवेदन छात्रवृत्ति के लिए पेंडिंग है प्रसूति सहायता योजना के भी हजारों आवेदन मजदूर की मृत्यु पर सहायता योजनाओं के भी हजारों आवेदन पेंडिंग तथा मजदूरों को टूलकिट्स योजनाओं के आवेदन प्रधानमंत्री की तरफ से प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में बीमा करने वाले मजदूरों को श्रमिक कल्याण मंडल जीवन भविष्य सुरक्षा योजना में 50% सहायता का लाभ 21 लाख में से एक हजार को भी नही मिला मजदूरों के स्वीकार किये गये सहायता आवेदनों को श्रम विभाग के अधिकारी मनमर्जी से रीओपन कर सहायता से वंचित कर रहे है तथा बेवजह खारिज कर गहलोत सरकार को खुश कर रहे हैं मजदूर नेता लक्ष्मण बडेरा ने कहा कि पूरे मजदूर वर्ग में भारी रोष है गुस्सा भी है सरकार को इसका अंदाजा नहीं है श्रम विभाग के अधिकारी कल्याण के नाम मजदूरों का भारी अहित कर रहे है इसको यूनियन आंदोलन की तैयारी कर रही हैं